31 अक्तू॰ 2009

बेहतरीन मोमिन बवाल ने सम्हाली ब्रिगेड

बावरे-फकीरा विमोचन वाले दिन जबलपुर के ब्रिगेडियर्स बवाल,प्रेम जी समीर जी ,किसलय जी ,

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ब्रिगेडियर दीपक मशाल किसलय जी शरद जी दिव्य नर्मदा,समीर भाई के बाद चच्चा लुकमान के शागिर्द ज़नाब बवाल हमारे भी का एक मात्र बेहतरीन मोमिन दोस्त बतौर ब्रिगेडियर "जबलपुर ब्रिगेड" में शामिल हो गए हई. उनका हरे भरे हर्फ़ों से इस्तकबाल है.....!!
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3 टिप्‍पणियां:

  1. Jabalpur Gang din par din aur badhe aur sahity ki prgati karata rahe yahi kamana hai hamari..

    bahut bahut badhayi..

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  2. तुम्हारा लश्कर भी काम आया
    हमारा लश्कर भी काम आया
    तो फिर फ़तह की है बात कैसी
    शिकस्त:बाज़ू ईनाम पाया

    बहुत बहुत आभार आपका मुकुल भाई, हमें साथ लेने के लिए।

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कँवल ताल में एक अकेला संबंधों की रास खोजता !
आज त्राण फैलाके अपने ,तिनके-तिनके पास रोकता !!
बहता दरिया चुहलबाज़ सा, तिनका तिनका छिना कँवल से !
दौड़ लगा देता है पागल कभी त्राण-मृणाल मसल के !
सबका यूं वो प्रिय सरोज है , उसे दर्द क्या कौन सोचता !!