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10 मार्च 2009

बावरे-फकीरा प्रेस मीटिंग


(पोलियो-ग्रस्त बच्चों की मदद हेतु साईं भक्ति एलबम )

स्वर:आभास जोशी श्रीमती संदीपा पारे * संगीत:श्रेयस जोशी * रिदम प्रोग्रामर:लोकेश मालवीय

*गीत एवं परिकल्पना :गिरीश बिल्लोरे मुकुल * रिकार्डिस्ट : आशीष सक्सेना स्वर-दर्पण

कोरस : सुलभा एवं श्रद्धा बिल्लोरे,आदित्य सूद,किरण जोशी,निष्ठा,अनुभव,स्वाति सराफ,योगेश चान्द्रायण मुकुंद राव नायडू,मिली एवं श्री प्रकाश दीवान,

संपर्क:-सव्यसाची कला ग्रुप 969/A गेट नंबर 04 जबलपुर (M.P.)फ़ोन 09926471072

Email: girishbillore@gmail.com,swysachi@hotmail.com, girishbillore@hotmail.com

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मैंने कहा

बावरे-फकीरा (शिर्डी साईं नाथ को समर्पित भाव गीत) एलबम का निर्माण माँ प्रमिला देवी की प्रेरणा से किया गया था, जिन्हौने कहा था की कला-साहित्य-संगीत के ज़रिए लोक कल्याण ही जीवन का लक्ष्य होना चाहिए. अत: मित्रों ने मिलकर बावरे-फकीरा एलबम की परियोजना शुरू की सव्यसाची माँ प्रमिला देवी के अवसान के बाद प्रारंभ इस प्रोजेक्ट को पूर्णता के लिए जितेन्द्र जोशी एलबम के गायक आभास जोशी,संदीपा पारे ,संगीत निर्देशक श्रेयस जोशी ,रिदम-प्रोग्रामर लोकेश मालवीय ,श्री काशीनाथ जी , श्री हरीश सतीश बिल्लोरे एवं श्रीमती आभा, श्री रविन्द्र जोशी, मित्र भाई जितेन्द्र चौबे ,राजेश पाठक "प्रवीण" संध्या जैन "श्रुति",मनीष शर्मा,सलिल समाधिया योगेश गोस्वामी,नितिन अग्रवाल , श्रीमती सुलभा बिल्लोरे, का विशेष योगदान रहा है.

आभास एवं श्रेयस दौनों भाई ही अदभुत प्रतिभा के धनी हैं उनके लिए मेरी स्वर्गीय माँ सव्यसाची प्रमिला देवी बिल्लोरे का अपरिमित स्नेह था जिसे अनंत और अक्षुण बनाने सव्यसाची कला ग्रुप का गठन किया गया. सव्यसाची कला ग्रुप द्वारा बावरे-फकीरा एलबम को लोकार्पित करते हुए हम हर्षित हैं .

दिनांक 14 मार्च 2009 को स्थानीय मानस भवन जबलपुर में आयोजित पोलियो-ग्रस्त बच्चों की मदद हेतु साईं भक्ति एलबम बावरे-फकीरा का लोकार्पण समारोह आयोजित है. इस कार्यक्रम में आभास जोशी के अलावा पोलियो-ग्रस्त गायक श्री ज़ाकिर हुसैन (वी ओ आई 02 फेम ) सम्मिलित होंगे . साथ ही नेत्रहीन अंधमूक बधिर विद्यालय के विद्याथियों विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है. महोदय आयोजन के दौरान एलबम के विक्रय से संगृहीत लाभांश धनराशि जिला प्रशासन को सौंपा जाना है.

पोलियो ग्रस्त बच्चों की मदद हेतु देश वासियों से आग्रह है की वे इस एलबम को अवश्य प्राप्त करें .

यद्यपि यह आयोजन नि:शुल्क है किन्तु व्यवस्था एवं सुविधा को देखते हुए आमंत्रणपत्र के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा आमंत्रण पत्र संस्था कार्यालय में दिनांक 12 मार्च 2009 को प्रात: 09:00 बजे से 12:00 बजे तक उपलब्ध रहेंगे .

समीर लाल उवाच :- ब्लॉगर उड़नतश्तरी प्रेस मीटिंग में विशेष रूप से उपस्थित थे ने मीडिया को बताया कि :-"इस एलबम का देश विदेश में इंतज़ार है मैंने स्वयं कनाडा में इसके प्रोमो को सुन कर अंदाज़ लगा लिया था कि वास्तव में अनोखा बन पडा है "बावरे फकीरा एलबम''...........मैं स्वयं जबलपुर में जिन कारणों से रूका हुआ हूँ उसमें "बावरे-फकीरा" की लांचिंग भी एक कारण है. जबलपुर से कनाडा जाते वक़्त मुझे कई देशों की यात्रा करनी है जहाँ इस एलबम का इंतज़ार किया जा रहा है कोशिश होगी उनको भी साई बाबा के भक्तिगीतों का रसास्वादन कराया जावे
रिकार्डिस्ट आशीषसक्सेना उवाच:- "उस वक्त आभास की उम्र १६ वर्ष की थी संगीत कार श्रेयस भी वयस्कहोने को थे ...... आप सोचिये यह उम्र संगीत के किसी बड़े प्रोजेक्ट के लिए कितनी अनुकूल मानी जा सकती है आप ही सोचिये कि जिस संगीत को आत्मसात करने उम्र का बड़ा भाग खर्च करना हो उसे कम उम्र में पूरा कर देना माँ सरस्वती एवं भगवान बाबा की मेहर ही कहा जायेगा "
एलबम की विशेषताओं को रेखित करते हुए आशीष बोले:-"चालीस से साठ ट्रेकों पर तैयार एलबम के संगीत में माधुर्य का अभाव नहीं है ।" आज हल्ला बोल संगीत के दौर में शान्ति सुकून देने वाला एलबम निश्चित सभी का अपना एलबम होगा .... क्योंकि इस एलबम पर काम करते वक्त हमें तो थकन थी निराशा बस लग रहा था कि
हम किसी पूजा / अनुष्ठान को कर रहें हैं
सतीश बिल्लोरे : मेरे अग्रज सतीश बिल्लोरे ने परोपकारी संकल्प को आकार देने के लिए मीडिया का आव्हान किया

1 टिप्पणी:

  1. चन्दन की खुशबु
    रेशम का हार
    सावन की सुगंध
    बारिश की फुहार
    राधा की उम्मीद
    "कन्हैया' का प्यार
    मुबारक हो आपको
    होली का त्यौहार

    Regards

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कँवल ताल में एक अकेला संबंधों की रास खोजता !
आज त्राण फैलाके अपने ,तिनके-तिनके पास रोकता !!
बहता दरिया चुहलबाज़ सा, तिनका तिनका छिना कँवल से !
दौड़ लगा देता है पागल कभी त्राण-मृणाल मसल के !
सबका यूं वो प्रिय सरोज है , उसे दर्द क्या कौन सोचता !!

कितना असरदार

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