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25 दिस॰ 2009

फोटो :श्री गोकुल शर्मा जी ,श्री जैन,के साथ ब्लॉगर श्री महेंद्र जी सम्मानित हुए


    श्री सनत जैन 
मंचासीन बाएँ से श्री मोहन शशि,महेंद्र मिश्र,श्री गोविन्द मिश्र,श्री आशुतोष श्रीवास्तव,श्री सनत जैन,श्रीयुत काशीनाथ बिल्लोरे श्री उमेश नारायण,=>
                सव्यसाची माँ प्रमिला देवीबिल्लोरे ,एवं  स्व० हीरालाल गुप्त मधुकर जिनकी स्मृति में दिए जातें हैं ये सम्मान

 
महेंद्र मिश्र जी को सम्मानित करते हुए सव्यसाची कला ग्रुप के अध्यक्ष एस के बिल्लोरे ,सचिव कार्तिक बैनर्जी,कुलपति(पशु चिकित्सा वि०वि०) श्री गोविन्द मिश्र मध्य में श्री महेंद्र मिश्र,कुलपति रा० दुर्गावती वि० वि० श्री आशुतोष श्रीवास्तव, श्री उमेश नारायण जी 
 
डाक्टर आशुतोष श्रीवास्तव
कुलपति रानी दुर्गावती वि० वि०

श्री सनत जैन का सम्मान-अलंकरण   

विचार अभिव्यक्ति :  श्री गोकुल शर्मा
 
उपस्थित जन समूह



इन चित्रों का छायाकार है नन्हा छायाकार चिंमय बिल्लोरे जिसे हम गुरु कहतें हैं
 


6 टिप्‍पणियां:

  1. मिश्र जी को एक बार पुनः बधाई. आभार तस्वीरों के लिए.

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  2. महेंदर मिश्र जी को ओर अन्य लोगो को बहुत बहुत बधाई

    जवाब देंहटाएं
  3. मिश्र जी का सम्‍मान हुआ, यह तो पूरे ब्रिगेड और ब्‍लागरो का सम्‍मान है।


    बधाई

    जवाब देंहटाएं
  4. भाई महेंद्र मिश्र जी को श्रेष्ठ ब्लागर सम्मान के लिए बधाई एवं कार्यक्रम आयोजकों को आभार.
    - विजय

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  5. पण्डितजी को बहुत बहुत बधाई। बहुत सुन्दर फ़ोटो रिपोर्टिंग है गुरू की। शुभकामनाएँ।

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कँवल ताल में एक अकेला संबंधों की रास खोजता !
आज त्राण फैलाके अपने ,तिनके-तिनके पास रोकता !!
बहता दरिया चुहलबाज़ सा, तिनका तिनका छिना कँवल से !
दौड़ लगा देता है पागल कभी त्राण-मृणाल मसल के !
सबका यूं वो प्रिय सरोज है , उसे दर्द क्या कौन सोचता !!

कितना असरदार

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