30 जून 2008

रोड शो


ये महाशय शहर जबलपुर को अपनी नज़र से पूरे राजसी ठाट-बाट के साथ
आपको शायद यकीन न आ रहा तो भाई इस
वीडियो क्लिप इन महाशय को देखी

ये हैं श्रीमन टामी जी जो इन दिनों शहर जबलपुर की सडकों

पर रोड शो करते नज़र आ रहें हैं ।

आज ही मेरी बेटी पूछ रही थी "पापा,ये रोड शो क्या होता है...?"

इस वीडियो को देखने के बाद जो अर्थ उसके मानस पर छाएगा उसका आने वाले चुनाव के समय होने वाले रोड शो के समाचारों से जोड़ कर जब वो अर्थ निकालेगी तब क्या स्थिति होगी तो भाइयो इस ब्लॉग से छोटे बच्चों को दूर रखे

7 टिप्‍पणियां:

  1. अच्छा है मेनका गाँधी नहीं देख रही हैं वरना पशु प्रतारणा का मामला बनता पक्का. :)

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  2. उड़न तश्तरी जी
    खबरी जी
    श्रद्धा जैन जी
    महेंद्र मिश्रा जी
    आप सभी का आभार जो शरीर से पशु हैं माँ मेनका जी उनके लिए लड़तीं हैं
    लेकिन जो मन से पशु हैं उनसे हम अकेले ही लड़तें हैं समीर जी

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  3. verygooooooooooooooooood..........crazy...

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  4. सरसरी ही सही कई चीज़ें देख गया .आपकी काविशों और कोशिशों को देख तबियत खुश हो गयी .
    दुआ यही है ,जोर-कलम और ज्यादा .कभी फ़ुर्सत मिले तो इस लिंक पर भी जाएँ और अपनी कीमती राय से नवाजें .www.shahroz-ka-rachna-sansaar.blogspot.com और www.hamzabaan.blogspot.com
    ब्लॉग मुबारक हो .अल्लाह नज़र-बद से बचाए .आमीन.

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कँवल ताल में एक अकेला संबंधों की रास खोजता !
आज त्राण फैलाके अपने ,तिनके-तिनके पास रोकता !!
बहता दरिया चुहलबाज़ सा, तिनका तिनका छिना कँवल से !
दौड़ लगा देता है पागल कभी त्राण-मृणाल मसल के !
सबका यूं वो प्रिय सरोज है , उसे दर्द क्या कौन सोचता !!