9 फ़र॰ 2009

ब्लॉग-पार्लियामेन्ट: पहला संशोधन

1. ब्लागाध्यक्ष: एक पद
2. प्रधान-ब्लॉग-मंत्री
3. अन्तर-राष्ट्रीय मामलों के मंत्री
4. कायदा-मंत्री के आगे अल न लग जाए अत: क़ानून-मंत्री कहा जावे टिप्पणी-मंत्री
6. प्रति-टिप्पणी मंत्री
7. गुम-नाम टिप्पणी प्रतिषेध-मानती में मानती को मंत्री बांचिये
8. बिन-पडी पोस्ट टिपियाना मंत्री को सुधार कर "बिन-बांच टिप्पणी टांक मंत्रालय " करा दिया है
9. नारी-ब्लॉग मंत्री
10। राजनीतिक /धर्म/संस्कृति/तकनीकी सहित उतने मंत्री होंगें जितने विषयों पर ब्लॉग लिखे जा रहें हैं।
इस संशोधन की ज़रूरत थी पोस्ट में संशोधन के लिए सहयोगी मित्रों का आभार : गुरु अनूप जी वे भी इसकी चर्चा की है यहाँ उनका हूँ :
आ....भारी ..............आभारी

1 टिप्पणी:

  1. शुभ काम मे देर नही होनी चाहिए।जल्दी रिक्त स्थानों को भरें।संसद की कार्यवाही देखने को मन कर रहा है।:)

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कँवल ताल में एक अकेला संबंधों की रास खोजता !
आज त्राण फैलाके अपने ,तिनके-तिनके पास रोकता !!
बहता दरिया चुहलबाज़ सा, तिनका तिनका छिना कँवल से !
दौड़ लगा देता है पागल कभी त्राण-मृणाल मसल के !
सबका यूं वो प्रिय सरोज है , उसे दर्द क्या कौन सोचता !!