अपना दिल तो साफ़ है : जी हाँ खुली किताब है ...
पिछले दिनों जबलपुर ब्लाक में आँगनवाड़ी केन्द्रों की कार्यकर्ताओं की भर्ती बैठक में जैसे ही चयन समिति के सदस्य की पुत्र वधु का आवेदन देखा तो ससुर साहब श्री देवी सिंह पटेल भौंचक रह गए फौरन सदस्यों को उन्हौने अवगत कराया कि यह आवेदन मेरी पुत्र वधु का है जो मेरी जानकारी के बिना भरा गया है । अत: इसे निरस्त किया जावे । मध्य-प्रदेश सरकार के महिला बाल विकास विभाग ने आँगनवाड़ी केन्द्रों की कार्यकर्ताओं की भर्ती के लिए जो प्रावधान किए हैं कि अभ्यर्थी भर्ती प्रक्रिया में शामिल किसी भी निर्वाचित जन प्रतिनिधि/अधिकारियों के परिवार का सदस्य नहीं होने चाहिए इस अनुकरणीय कार्य को देख समस्त सदस्य ने कहा वाह सभापति जी वाह हो सकता है की इसका दूसरा पहलू
भी हो ........जैसे कि हो सकता है सभापति जी फिसले और बोले "हर गंगे"
आशाजनक बात बतलाई आपने मुकुल साहब।
जवाब देंहटाएंShukriyaa bawal ji
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया जानकारीपूर्ण ...
जवाब देंहटाएंजाने इसके पीछॆ कितना बड़ लफड़ा निकल कर आये..मगर अभी तो वाह सभापति जी वाह!!
जवाब देंहटाएंजाने इसके पीछॆ कितना बड़ लफड़ा निकल कर आये..मगर अभी तो वाह सभापति जी वाह!!
जवाब देंहटाएंहो सकता है
जवाब देंहटाएंसभापति जी फिसले और बोले "हर गंगे "
achhi pahal hai.
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