31 मार्च 2010

पहेली का ज़वाब :किसी ने नहीं दिया

"मुकुल और महाशक्ति ": इस पहेली का ज़वाब :मिलेगा ज़नाब ?
इस लिंक को क्लिक कीजिये और गौर से देखिये फ़िर बताइये एक गलती हुई थी हमारे प्रिय एग्रीगेटर ”ब्लाग वाणी” से हमने एक सवाल किया था जो समीर जी ओर वकील साब भी हल न कर सके इस प्रतियोगिता में तीन विजेता होने थे किंतु दो प्रतिभागी ने अपनी कोशिश की अब हम तमाम प्रतियोगिता के विजेताओं को खुला आमंत्रण देते शायद कोई इस सवाल को हल करे

1 टिप्पणी:

कँवल ताल में एक अकेला संबंधों की रास खोजता !
आज त्राण फैलाके अपने ,तिनके-तिनके पास रोकता !!
बहता दरिया चुहलबाज़ सा, तिनका तिनका छिना कँवल से !
दौड़ लगा देता है पागल कभी त्राण-मृणाल मसल के !
सबका यूं वो प्रिय सरोज है , उसे दर्द क्या कौन सोचता !!