भुले बिसरे गीत....
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- बेहतर लेखन के सूत्रों की खोज ... साहित्य क्या है? - यह प्रश्न कि "बेहतर कैसे लिखा जाए?" हमारे सामने है, इस का उत्तर भी हमें ही तलाशना होगा। इस का कोई बना बनाया सूत्र तो है नहीं कि उसे किसी पाठ की तरह रट ...3 hours ago
- श्रद्धा - मेरे पिताजी परमेश्वर के प्रति श्रद्धालु व्यवहार बनाए रखने के लिये बड़े कट्टर थे। उनके समक्ष यदि कोई परमेश्वर को हल्के में संबोधित करता तो वे क्रुद्ध हो जात...
- "सवेरे सवेरे" - तुम हो एक ख़ुश्बू , एक प्याली चाय की , सवेरे सवेरे | तुम लगो संगीत , कोयल की कूक सी , सवेरे सवेरे | तुम हो एक एहसास , मखमली धूप सी , सवेरे सवेरे | जी तो कर...
- आज कार्टून नहीं , मेरा बचपन (कार्टून धमाका) - किसी ने सच ही कहा है कि- बचपन हर गम से बेगाना होता है , देखते-देखते बचपन पीछे छूट गया सिर्फ बचपन की यादें ही रह गईं , अचानक मुझे अपने बचपन की एक फोटो घर की...
- दैनिक जनसंदेश में गीता चतुर्वेदी की रिपोर्ट प्रवासी लेखकों को प्रकाशक नहीं मिलते - करें क्विक और पढ़ें
- "एक ग़ज़ल-पुरानी डायरी से" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक") - ** *एक ग़ज़ल-पुरानी डायरी से* * * *सियाह रात है, छाया घना अन्धेरा है* ***अभी तो दूर तलक भी नहीं सवेरा है* * * *अभी तो तुमसे बहुत दिल के राज़ कहने हैं* *अभी फ...9 hours ago
- "तुम्हारे इंतजार में " - दोस्तों अभी थोड़ी देर पहले ही ये फोटो देखी फेसबुक पर विजय सपत्ति जी की और देखते ही ये ख्याल उमड़ आया तो सोचा आपसे भी इसे बांटा जाये ................. ...10 hours ago
- चल मेरे हाथी... - पिछले रविवार को मैं ममा-पापा और तन्वी के साथ हैवलाक घूमने गई थी तो वहाँ एलीफैंट-राइडिंग का भी मजा लिया. पहले जो जब मुझे पता चला कि संडे को राधानगर बीच पर ...11 hours ago
- न मुझको खोजो जला मशालें कि एक दीपक ही काम का है. - *न मुझको खोजो जला मशालें कि एक दीपक ही काम का है. उसे जगाओ कि न जगाओ, पुकारो मुझको कि पास हूं मैं.......! ये टूटी सड़कें ये गर्म ज़ेहन,हरेक शहर का है हाल इक ही...14 hours ago
- छोटी-छोटी खुशियां और बड़े-बड़े गम – अजित गुप्ता - भारत में छोटी-छोटी खुशियों को लेकर हम नाच उठते हैं, दूसरों को बताने के लिए धड़ाधड़ फोन मिलाते हैं। यह भी नहीं देखते कि इस समय फोन करना उचित नहीं है। लेकिन...15 hours ago
- सुन्दर सफेद चमकते पेड़ .......! - -30 डिग्री तापमान और सुबह सुबह स्कूल जाना | बस .... बाकी तो आप सब लोग समझ ही सकते हैं | अपने देश में बसन्त के आते ही मौसम अच्छा हो गया पर जहाँ मैं ...16 hours ago
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- तलाक चाहता हूँ, क्या करना चाहिए? - * विकी ने पूछा है -* मेरी शादी तीन साल पहले माता-पिता की मर्जी से हुई थी। शादी के पाँच-छह महीने बाद पत्नी अपने मायके चली गई। उस को लेने के लिए हम ने केस...18 hours ago
- जैसा अन्न वैसा मन, जैसा पाणी वैसी वाणी -बोध-कथा - एक साधु ग्रामानुग्राम विचरण करते हुए जा रहे थे और एक गांव में प्रवेश करते ही शाम हो गई। ग्रामसीमा पर स्थित पहले ही घर में आश्रय मांगा,वहां एक पुरुष था जिसने...22 hours ago
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- ताऊ ओर ताऊ का राम प्यारे - कल ताऊ का राम प्यारे मेले मे खो गया.... ताऊ ने मंदिर मे जा कर भगवान का धन्यवाद किया, मैने ताऊ से पूछा अरे ताऊ जी आप का कीमती गधा *राम प्यारे* खो गया , ओर ...1 day ago
- मुस्कान की किल्लत - *अक्सर सड़क के किनारे लगे लाईटलैम्प के नीचे* *फटे से इक टाट के ऊपर .........दिन से रात तक ** **तन से चिपके मैले-कुचले....,फटे.., तार-तार कपड़े * *बिना कुछ ...1 day ago
- लिखना तो बहुत कुछ है----( अजय की गठरी ) - आँखों को कमल ,ज़ुल्फ़ को नागिन या लता लिख दूं ? लिखना तो बहुत कुछ है , क्या बात बता लिख दूं ? कहने को हजारों हैं .बातें तो मुहब्बत में । कैसे करूं शुरू मैं ,क...1 day ago
- क्या होती है माँ - माँ की महिमा अनंत है कितना ही कह लो हमेशा अधूरी ही रहेगी ...........क्या माँ के प्यार को शब्दों में बांधा जा सकता है ? उसके समर्पण का मोल चुकाया जा सकता है...1 day ago
- विद्या का दान महादान है - विद्या का दान महादान है माँ करती है इसका सृजन वो विद्यार्थी है भाग्यवान जिसे मिल जाए सच्चे गुरुजन प्रसार करो इस शक्ति का शुद्ध कर लें सब अंतर्मन विद्या...1 day ago
- मुझे शिकायत हे, आप को शिकायत हे, सब को शिकायत हे.. - जी हम सब को शिकायत हे इन आज के बकवास टी वी प्रोगरामो से, ओर हम सब बस मन मसोस कर रह जाते हे, या हमे पता ही नही होता कि हम अपने हक के लिये क्या करे, या हम सब...1 day ago
- शीतलता की आस क्यूँ - तपती हुई दुपहरी मे वर्षा का कयास क्यूँ, उष्णता ही भाग्य है तो शीतलता की आस क्यूँ, गेरू-आ पहन भी गर राम और अल्लाह हैं दो, तो लौट आओ समाज मे ये व्यर्थ का सन...1 day ago
- ऐ दोस्त - जाने क्यों आज तेरी , याद मुझे आती है । तुझसे मिलने की तड़फ , दिल में वो उठाती है । जख्म तूने जो दिए , सब भर गए तेरे बिना । फिर नए किसी दर्द की , चाह मन में...1 day ago
- राहुल गांधी के डिंपल पर कुर्बान लोकतंत्र - - - मैंने पूछा, ‘आपको राहुल गांधी अच्छे लगते हैं?’ उसने कहा, ‘बेशक।’ मैंने पूछा, ‘राहुल गांधी की कौन सी बात आपको अच्छी लगती है?’ उसने कहा, ‘रा...1 day ago
- chhattisgarh छतीसगढ़ संदर्भ - 2011 - प्रदेश का मौजूदा स्वरूप चिंता जनक है । यह प्रदेश के लोगों का मानना है लेकिन सरकार बड़ी ही सहजता से इसे इंकार करती है । 18 जिलों वाले इस राज्य के सत्रह ज...1 day ago
- हम “राष्ट्रीय स्वाभिमान” भूल चुके हैं? - - यह आलेख महाजाल पर 19 फरवरी 2011 को पोस्ट किया गया था और 21 फरवरी 2011 को यहां पर मनुदीप यदुवंशी द्वारा तेताला पर प्रकाशित कर दिया गया। जबकि इसे लिखा सुरे...1 day ago
- ब्रायन एडम्स का एक नन्हा फैन - क्रिकेट वर्ल्ड कप का आगाज हो चुका है . इंडिया ने अपना पहला मैच जीत भी लिया . ओपनिंग सेरेमोनी, मै , माधव के साथ टी वी पर देख रहा था . कई बंगलादेशी कलाकारों...1 day ago
- कैसे मीत बनूँ मैं तेरा : कृष्णमणि चतुर्वेदी ‘मैत्रेय‘ - कैसे मीत बनूँ मैं तेरा। काँटों भरा सफर है मेरा।। कौन सारथी बने हमारा। विरह सिन्धु में कौन सहारा ? कैसे लड़ूँ वाहव्य वैरी से, मैं अपनों से हारा। क्या आयेगा प...1 day ago
- हवा के झोंकों से जलेंगे सरोवरनगरी के चिराग - नवीन जोशी, नैनीताल। नगर की पथ प्रकाश व्यवस्था के हर वर्ष लाखों रुपये के बिलों से परेशान नगर पालिका परिषद अब वैकल्पिक ऊर्जा के प्रबंध पर गंभीरता से विचार क...1 day ago
- स्वयंनामा -2 - *कब्र* * * हर रोज़ साफ़ करता हूँ कंटीली घास उस बेनाम सी कब्र से और चढ़ा आता हूँ कुछ सुर्ख फूल लेकिन हर रोज़ उग आती है कंटीली घास फिर से मेरे फूलों की चिन्दि...2 days ago
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- राधास्वामी वाला पंचनामा कालपूजा नहीं है । - राजीव कुमार जी नमस्ते । मैंने सिर्फ़ एक बार आपसे ई मेल द्वारा बात की थी । मैं हरि....? से हूँ । आपका रेगुलर रीडर हूँ । पहले भी एक बार आपने मेरी शंका दूर क...2 days ago
- Tu Woh Tu Hai (Beqabu) - Original for "Tu Woh Tu Hai (Beqabu)" The Good, The Bad & The Ugly Theme Tu Woh Tu Hai (Beqabu) Tu Woh Tu Hai (Beqabu) *Song* *Tu woh tu hai * *Film...2 days ago
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- मै,तुम और हम - जो मैं हूँ वो तुम नहीं हो सकते जो तुम हो वो हम नहीं हो सकते फिर भी पड़ते है सभी मैं तुम और हम की लड़ाई में आखिर क्या रखा है इस दुश्मनी की खाई में? आओ थ...2 days ago
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- आलोचना करें - आलोचना करें, ईनाम पायें ! *आप मेरे ब्लॉग की आलोचना कीजिए और 200 रूपये का नकद ईनाम (पांच व्यक्ति) मनीआर्डर से घर बैठे ही पायें!** **** मेरे ब्लॉग पर और क्य...2 days ago
- जब मै भीख मांगता था - शीर्षक देख कर चौकिये मत | ऐसा भी समय था जब मै भीख मांगता था | इस बात को बताते हुए मुझे पहले संकोच हुआ लेकिन आज बलोग जगत में सब अपने है किसी से बताते ह...2 days ago
- पहली बार जाति बंधन को दरकिनार ---------------------- - विशुद्ध कश्मीरी ब्राह्मण परिवार में जन्मी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने जीवन साथी चुनने के लिए पहली बार जाति बंधन को दरकिनार किया था। इस निर्णय से व...2 days ago
- Gandhi Paheli Shrinkhala 3 (Bina sahi javab ke 2nd Paheli !) - Gandhi ji par aadharit is paheli shrinkhala mein aapki bhagidari ka dhanyavad. Internet network ki asuvidha ki vajah se mobile se hi post karne ko vivash hun...2 days ago
- "क्या मैना होती है ऐसी?" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक") - *मैं तुमको गुरगल कहता हूँ, लेकिन तुम हो मैना जैसी। तुम गाती हो कर्कश सुर में, क्या मैना होती है ऐसी?? * *सुन्दर तन पाया है तुमने,* *लेकिन बहुत घमण्डी हो।*...2 days ago
- जयपुर का जंतर मंतर - जयपुर वाला जंतर मंतर हवामहल के पास ही है। हवामहल की ऊपरी मंजिल से यह दिखता भी है। जंतर मंतर महाराजा जयसिंह द्वितीय के काल में बनवाया गया था। शायद उन्होंने ह...2 days ago
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- राज के जन्मदिन के अवसर पर लगा आम का पौधा ‘चम्पक’ - राज के जन्मदिन के अवसर पर उनके मम्मी-पापा और उन्होंने इस अवसर यादगार बनाने के लिये आम का पौधा लगाया है। जिसका प्यार से उनके बाबा जी ने ‘चम्पक’ नाम रखा है...3 days ago
- सच्ची प्रीत.. - कहते हैं चौरासी लाख योनिओं से गुजर कर मानव शरीर पाती है आत्मा, और मानव योनी हीं एक मात्र कर्म योनी है जिसमे आत्मा मोक्ष प्राप्त करके हमेशा के लिए परमात्मा ...3 days ago
- बदले अर्थ - रोने के भी क्या अर्थ होते हैं ? हाँ , शायद एक रोना जब दर्द हद से गुजरे तब या कोई बच्चा रोये तब या जब कोई अपना बिछुड़े तब कभी विरह के कभी ख़ुशी के कभी गम के...3 days ago
- बाल गीत 2 - *नन्हा मुन्ना बच्चा हूँ ,* *सीधा सादा सच्चा हूँ ,* *हरदम मैं मुस्काता हूँ,* *उल्टा सीधा गाता हूँ ,* *रोता भी हूँ कभी कभी ,* *हो जाता जब गुच्छा हूँ //* *पापा ...4 days ago
- नई ग़ज़ल/ आज दिखता है जो बौना कल बड़ा हो जाएगा - *चार दिन बाद दिल्ली से लौटा तो लगा, अपना ब्लॉगरूपी बाग़ सूना-सूना-सा है. कुछ नए विचार-सुमन फिर महकने चाहिए. और उसकी तैयारी विमान में ही हो गई थी. डेढ़ घंटे...4 days ago
- "क्या भारतीय बदबूदार होते हैं? " (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक") - आज से लगभग 32 साल पुरानी बात है। उन दिनों मेरा निवास बनबसा में हुआ करता था। मैं शुरू से ही "अतिथि देवो भव" के सिद्धान्त को मानता आया हूँ। नेपाल को जाने ...4 days ago
- गुलाब - गुलाब की प्यारी खुशबू ने ऐसा रंग जमाया फूलों में बन सर्वोत्तम फूलांे का राजा कहलाया। सफेद,गुलाबी,पीले,लाल हर रंग में ये आए एक बार जो देखे इनको मन ही मन हर्...4 days ago
- ये कौन सी श्रेणी की ईमानदारी है - - - - - mangopeople - सेठ जी की दुकान में चोरी हो गई सेठ जी परेशान जाँच कराई तो पता चला की चोर तो दुकान के कर्मचारी ही ...4 days ago
- क्या करें ! - हर पल यही उलझन है कि क्या करें .... फिरते रहे जिंदगीभर यूँ ही उलझनों की अंधी गलियों में ... पर कुछ उलझन ऐसी भी होती हैं जो खूबसूरत होती हैं ... और कभी जी ...4 days ago
- लड़का लडकी दोनों, एक सिक्के के दो पहलू जैसे - *लड़का लडकी दोनों, एक सिक्के के दो पहलू जैसे !! या फिर दोनों, दिन-रात जैसे !! जैसे जब रात हो तभी दिन होगा, एक के बिना दूसरा अधूरा होगा!! दोनों एक विधाता क...4 days ago
- ज़िंदगीनामा - शीर्षक का शब्द 'ज़िंदगीनामा' पिछले 26 बरस से दो शीर्ष महिला साहित्यकारों, दिवंगत अमृता प्रीतम और कृष्णा सोबती के (तिरिया हठ की तरह) कानूनी विवाद का कारण बन...4 days ago
- न्यायिक सक्रियता के निहितार्थ - ऐसा महसूस हो रहा है कि देश को इस समय कोई जनता के द्वारा चुनी गई सरकार नहीं बल्कि न्यायपालिका चला रही है। *सरकार नाम की कोई ताकत सत्ता में है और देश का काम...5 days ago
- प्रेम पर्व .. - प्रेम का पावन साप्ताहिकी अनुष्ठान हर्षोल्लास के साथ अंततः संपन्न हुआ. एक दो दिन में आंकड़े आ जायेंगे कि इन सात दिनों में फूल,कार्ड तथा गिफ्ट आइटमों का कि...1 week ago
- "चौपाई लिखिए" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक") - बहुत समय से चौपाई के विषय में कुछ लिखने की सोच रहा था! आज प्रस्तुत है मेरा यह छोटा सा आलेख। यहाँ यह स्पष्ट करना अपना चाहूँगा कि चौपाई को लिखने और जानने के ल...1 week ago
- एक बीमार की गजल - बहुत दर्द है कमर में ना नींद आती है। रात भर खाँसी हमको बहुत सताती है। कोई दवा ना दुआ का असर हो रहा है आज जब किस्मत फूटती है ऐसी हो जाती है। मगर लिखने का ...1 week ago
- इंटरनेट प्रोब्लम, वैलेंटाइन दिवस और कलाम साहब की पंक्तियाँ - इन्टरनेट की असुविधा की वजह से मोबाइल पोस्टिंग को विवश हूँ. मगर इस पोस्ट को modified जरुर कर दूंगा. प्रेम माह पर जारी श्रंखला का ...1 week ago
- हट जाओ वेलेण्टाइन डेे आ रहा है! - * **"वेलेण्टाइन डेे पर विशेष"* [image: Musical valentine Day MP3 Song Scraps Comments Graphics] *Musical Cards by ScrapU* जिस जिस को हमें फूल ...1 week ago
- समाज:बदलती अवधारणायें -बदलते परिदृश्य - मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है,यह तो सबको पता है लेकिन सामाजिक सरोकारों के साथ मानव को सामाजिकता के साथ -साथ असामाजिकता का दंश भी झेलना पड़ा है. आज कल बदलते म...1 week ago
- प्यार की घंटी - (वैलेंटाइन-डे पर एक टीनेजर की नोटबुक से कविता ) तुम्हारे प्यार की घंटी को बजना है, मेरे सोये हुए मन को जगाने के लिए पर तुम्हारे हाथ कभी उस ओर बढते हुए...1 week ago
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- बसंत पंचमी पर ३०० वी पोस्ट दरबार की - आज बसंत पंचमी पर जब मैंने यू ही अपनी लिखी पोस्टो को गिना तो पाया २९९ हो गई . लगभग तीन साल हो गए इस ब्लॉग के आसमां में उड़ते हुए .अनजाने में ही वहा पहुच गय...2 weeks ago
- सर्दियों में मुहँ से सांस के साथ धुंआ निकलता है वो क्या है? Why Breath Visible in Winter? - *[image: breath] सर्दियों में मुहँ से सांस के साथ धुंआ सा क्यों निकलता है ये बात अक्सर पूछते है बच्चें,* *ऐसा क्यूँ होता है? * * ये मुहँ से निकलने वाला ...2 weeks ago
- ऋतुराज का आगमन : वसंत पंचमी - वसंत पंचमी एक ओर जहां ऋतुराज के आगमन का दिन है, वहीं यह विद्या की देवी और वीणावादिनी सरस्वती की पूजा का भी दिन है। इस ऋतु में मन में उल्लास और मस्ती छा जा...2 weeks ago
- Harsiddhi Mandir हरसिद्धि मंदिर - इंद्रेश्वर मंदिर के बाद हरसिद्धि शहर का सबसे पुरातन मंदिर माना जाता है। पंढरीनाथ मंदिर से सीधे पुल पार करते ही यह मंदिर दिखाई देता है या यु कहे क्षत्रिब...2 weeks ago
- जिज्ञासा - १ - *बच्चो, विज्ञान से संबंधित कुछ रोचक प्रश्नोत्तर नीचे दिए जा रहे हैं जो तुम्हारे ज्ञान में वृद्धि करने में सहायक सिद्ध होंगे।* * * *१.मीठी नींद तनाव और अवसाद...2 weeks ago
- हवाएं टपकी तो लपके ठूंठ... - *ग़ज़लें* 1. किसी का कुछ भी पता नहीं किसी से कोई गिला नहीं जो शख़्स समझा हो शख़्सियत वो शख़्स अब तक मिला नहीं वो शख़्स राहें बता गया जो शख़्स घर से चला नही...2 weeks ago
- मर मर के डरना या डर डर के मरना - सब मैंने छोड़ दिया है - मैंने डरना छोड़ दिया है समझ लें, मरना छोड़ दिया है इस देश में लोग पल पल मरा करते हैं वे दिन भी क्या दिन थे मैं भी खूब डरा करता था दर्द के डर से खूब डरा...2 weeks ago
- तुम क्यों हार गई कविता... - *जिंदगी* से अभी तुम्हारी जंग शुरू भी नहीं हुई थी। अभी तो तुम अपने मां-बाप के कंधों पर खेल रही थी। अच्छी पढ़ाई कर रही थी। आने वाले दिनों में तुम एक ऐसे सफर ...2 weeks ago
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- बापू की बकरी के वंशज - आज गाँधीजी की पुण्य तिथि है..... राष्ट्रपिता को पूरा राष्ट्र नमन कर रहा है – याद कर रहा है. पर मेरे जैसे बुरबक को बापू की बकरी याद आ रही है. सुना है, बाप...3 weeks ago
- बस एक और हो जाये .... - “हीरा (Diamond) है सदा के लिए” .... जब भी ये विज्ञापन टीवी पे आता है तो मेरे ख्याल से हर लड़की और औरत की नजर उस तरफ मुड जाती है । मैं भी इस की दीवानी हूँ । ...3 weeks ago
- एक नई शुरुआत.... @http://aazaadparinda.blogspot.com - *प्रिय ब्लॉगर साथियों........... * आप जानते ही हैं कि मैं "आज़ाद परिंदा" ब्लॉग पर पिछले क़रीब एक साल अपने विचार प्रकट करता रहा हूँ।* साथियों...3 weeks ago
- कुल कितनी गाडियां पंजीकृत हुई बताना ?How many Vehicles Register ? - *कुल कितनी गाडियां पंजीकृत हुई बताना ? How many Vehicles Register ?* *आज मैंने एक बड़ी कार देखी उस का नम्बर * *DL 01ZZ 4253 (माना) था * *अब आप को बताना यह...3 weeks ago
- कोई संतान नाजायज नहीं हो सकता है - अब कानून के नजर से हम सभी भाई-बहन अपने माता-पिता के जायज औलाद हैं नाजायज यह अलग बात है पर मेरी नजर में कोई संतान नाजायज नहीं हो सकता है. ........... (आगे ...4 weeks ago
- जो लोग वाकई में देश के बारे में सोचते हैं वे आगे बढ़ कर कुछ करते हैं.. - जो लोग वाकई में देश के बारे में सोचते हैं और उसके लिये आगे बढ़ कर कुछ करते हैं वे देश की निंदा नहीं करते। ऐसे लोग निंदा की बजाये आशा और कर्म में विश्वास रख...4 weeks ago
- राष्ट्रगान - *राष्ट्रगान* जन गण मन को सविंधान सभा ने 24 जनवरी 1950 को राष्ट्रगान के रूप में स्वीकार किया था। गुरूदेव रवींन्द्र नाथ टैगोर द्वारा लिखित यह गीत सबसे पह...4 weeks ago
- "खटीमा की वीडियोज 09-01-2011" - ** *http://www.youtube.com/watch?v=8cFiVEKwK6Y&feature=related* ** ** *http://www.youtube.com/watch?v=I3JkhWbsnv8&feature=mfu_in_order&list=UL* ** * http://w...4 weeks ago
- कविता क्या है? - *भूमिका * कविता क्या है? आपके अचरज के लिए यह पर्याप्त होगा कि मेरे पास इस प्रश्न का उत्तर नहीं है। मैं नहीं समझता कि कविता को किसी परिभाषा में ...5 weeks ago
- 'छाई इंद्रधनुष सी हिंदी ' - *विश्व हिंदी दिवस * हिंदी भाषा के बारे में श्री रामेश्वर दयाल कांबोज हिमांशु जी के अनुसार- भारत को समझना तो जानिए इसको दुनिया भर में पा रही विस्तार है ह...5 weeks ago
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- अफ़वाह है जिन्दगी… Life is rumor - [image: image] कभी हाय तो कभी वाह है जिन्दगी सतत और निर्बाध प्रवाह है जिन्दगी . चौराहों पर दम तोड़ती इंसानियत से रूबरू औ’ चश्मदीद गवाह है जिन्दगी . ...1 month ago
- कितना जरुरी है बिबाह के लिए धर्म परिवतन - बिबाह के लिए गैर इसाई लड़के अपना धर्म परिवर्तन कर कर रहे है। इसाई लडकी फ्री सेक्स के नाम पर गैर इसाई लडको को आपने जाल में फंसाती है. फिर जितने दिन चाहे उसके...1 month ago
- जस्ट सम post bytes : झा जी इश्टाईल - ** * ओह ! आज की कटपिटिया झलकियां तो यहां हैं ------------>>>>> चले आईये न * * *1 month ago
- अलविदा वर्ष २०१० , अब अगले साल से नए अड्डे पर मिला करेंगे ......अजय कुमार झा - जी हां आज जब इस ब्लॉग पर ये पोस्ट लिखने बैठा हूं तो समझ ही नहीं पा रहा हूं कि मन कैसा सा हो रहा है । नहीं इसलिए नहीं कि अब इस वर्ष की ब्लॉग की पढाई लिखा...1 month ago
- आदि मानव भी करते थे फ़ेसबुक , ट्विट्टर और ब्लॉगर का यूज .. - एक थका हारा आदि मानव जो लगातार चैट पर अपने मित्रों से चैट करने के बाद सुस्ताता हुआ ...कैसे देखिए न ...1 month ago
- मुद्दत से एक पूरी जिंदगी ढूंढता हूं मैं .... - जीने को जी ही रहा हूं रोज़ कतरा कतरा , मुद्दत से एक पूरी जिंदगी ढूंढता हूं मैं .... आसमां तो चूम लिया कब का ,................. आगे यहां चले आईये न1 month ago
- ज्योतिर्विद् वराहमिहिर - आचार्य वराहमिहिर पञ्चसिद्धान्तिका, बृहज्जातक, बृहत्संहिता आदि गणित एवं ज्योतिषशास्त्रीय ग्रन्थों के रचयिता माने जाते हैं। इनके बारे में अनेक किवदन्तियाँ ...2 months ago
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- एक शर्मनाक और चौंका देने वाला निर्णय: निवेदिता मेनन - इसके प्रभाव, लोकतंत्र के लिए इसके निहितार्थों,और आने वाले भविष्य के बारे में यह जो कुछ भी कहता है- इस सबने मुझे तोड़ कर रख दिया है. मीडिया में एक के ब...4 months ago
- क्या आनेवाली पीढ़ी श्रीकृष्ण,गणेश,हनुमान आदि आराध्य देवों को कार्टून कैरेक्टर के रूप में पहचानेगी? - क्या आनेवाली पीढ़ी श्रीकृष्ण,गणेश,हनुमान आदि आराध्य देवों को कार्टून कैरेक्टर के रूप में पहचानेगी? चर्चा के दौरान मेरे छोटे भा...4 months ago
- मैं कवि बनता नहीं - खाली कागज पर नीली स्याही वाले पैन से चंद आडी तिरक्षि लकीरें खींचने से कोई कविता नहीं बनती न ही कोई कवि बन जाता ऐसे ही कवि बनने के लिए अपना दिल बाहर निकाल ख...1 year ago
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- ” हिस्स ” का सीक्वेल ” ठुस्स ” ….हीरो नारंगी कलर का hulk और हीरोईन , साईत खली होंगे …वक्र दृष्टि टाईम्स - खबर :- cost cutting पर किताब लिखेंगे रामू नज़र:-काहे एक से एक हिट पिक्चर देते देते थक गए हैं का ..डरना मना है ..डरना जरूरी है ..डरते रहना चाहिए ..डरते रहे त...2 hours ago
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- मो को कहाँ ढूंढता रे बन्दे - जब जाना कि बुद्धि द्वारा मन को वश में लाया जा सकता है, तो हमने भी मन को वश में करने की कोशिश शुरू की. अनेक उपाय किये, लेकिन यह क्या ? मन पर जब जब लगाम ल...3 hours ago
- फ़ितरत-ए-इंसां.. - पाता है ना खोता है, ग़म-ए-उल्फ़त ही ढोता है, वहां उम्मीद फूलों की, जहां काँटों को बोता है, हुई पहली दुआ पूरी कि दूजी आ गई दिल में, जिसे पाने को तड़पा था, उस...4 hours ago
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- "उत्तर आओ ज्ञान बढ़ाएँ-पहेली:71" (श्रीमती अमर भारती) - अमर भारती साप्ताहिक पहेली-71 का का सही उत्तर है! यह दिल्ली का अंतर्राज्यीय बस अड्डा आनंद विहार है और शास्त्री जी दिल्ली से खटीमा आना हो तो बस यहीं से पकडनी ...6 hours ago
- नारी स्नेहमयी जननी-----मिथिलेश - वर्तमान युगमें सब ओर स्वतन्त्राकी आकाक्षां जाग्रत हो गयी है । नारी ह्रदयमें भी इसका होना स्वाभावीक है । इसमे सन्देह नहीं कि स्वतन्त्रता परम धर्म है और नर त...6 hours ago
- चादर हवाओं की !! - सर्द रातें बढ़ रही थीं शीत भी गिरने लगी थी जर्द पत्तों को बिछा कर हमने बिछौना कर लिया था बदन थक कर चूर चूर और आँखें भी निढाल थीं आसमां में दूधिया चाँदनी चहूँ ...7 hours ago
- भाई रघुनाथ मिश्र की गजल - आज अदालत में भैर रघुनाथ मिश्र सहज भाव से मिले साहित्य के क्षेत्र में पुरस्कृत होने के बाद वोह मुझे पहली बार मिले थे फोन पर तो मेने उन्हें बधाई दे डाली थी ल...7 hours ago
- शाहों के शाह, हमारे नौकरशाह! (कवि-मन कपिल सिब्बल जी की व्यथा) - (कहते हैं जब अपनी व्यथा किसी से न कह पायें तो कविता में उतार दें. यही कारण है कि आज तमाम नामचीन लोग कवितायेँ लिखते हैं, कोई चोरी-छुपे डायरी में तो कोई सभी ...8 hours ago
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- प्यार की हद से ज्यादा प्यार किया - कभी नजर से गिरा दिया कभी दिल में बसा दिया मुहब्बत में तुमने हमे कभी हंसा तो कभी रुला दिया कभी प्यार बेसुमार किया कभी दर्द बेइंतिहा दिया अपनी दीवानगी में तु...11 hours ago
- एक प्रसंग : क्रूर शासक तैमूरलंग और प्रख्यात कवि अहमदी .... - तैमूरलंग खूंखार और निर्दयी और क्रूर शासक था वह बड़ी बेदर्दी से क़त्ल करवाता था . रहम नाम का शब्द उसकी डिक्शनरी में नहीं था . कहा जाता है की उसने एक लाख लोगो...13 hours ago
- प्यार की हद से ज्यादा प्यार किया - *कभी नजर से गिरा दिया * *कभी दिल में बसा दिया * *मुहब्बत में तुमने हमे * *कभी हंसा तो कभी रुला दिया * *कभी प्यार बेसुमार किया * *कभी दर्द बेइंतिहा दिया* *अ...13 hours ago
- ये संसार प्यारी सी बगिया - कोंन कहता है की इंसान... इंसान से इंसान से प्यार नहीं करता | प्यार तो बहुत करता है पर इज़हार नहीं करता | हर एक... को तो अपने पहलु से बांधे फिरता है | पर...14 hours ago
- ...क्या आप साहित्यकार हैं? - यदि आप कविता, कहानी, नाटक, उपन्यास, आलोचना, लेख वगैरह किसी भी विधा में लेखन करते हैं और आपकी किसी भी विधा में हिन्दी में कम से कम एक पुस्तक प्रकाशित हो चु...14 hours ago
- आज मंसूर अली हाशमी का जनमदिन है - आज, 22 फरवरी को आत्म मंथन , अदब नवाज़ वाले मंसूर अली हाशमी का जनमदिन है। बधाई व शुभकामनाएँ *आने वाले जनमदिन आदि की जानकारी, अपने ईमेल में प्राप्त करने ...15 hours ago
- बाबा रामदेव और डीटीएच की जय- अंतिम - इसे क्रांति ही कहा जाएगा। अनपढ़ और देश के गरीब नागरिकों तक ऐसी जानकारियां पहुंच गईं हैं कि अब वे सब अपना वोट एक सोच के साथ डाल सकते हैं। अब तक वे सिर्फ नाम ...15 hours ago
- मत बाँटो देश (लेख)-----मिथिलेश - नया युग वैज्ञानिक अध्यात्म का है । इसमें किसी तरह की कट्टरता मूढता अथवा पागलपन है। मूढताए अथवा अंधताये धर्म की हो या जाति की अथवा फिर भाषा या क्षेत्र की पू...15 hours ago
- संविधान की बन्दिनी - (स्व. श्री हरिप्रसाद अवधिया रचित कविता) अशोक वाटिका में बन्दिनी सीता- सहमी थी राक्षसियों से घिरी हुई, आज हिन्दी बन्दिनी है संविधान में, अन्य भाषाओं की हुंक...15 hours ago
- विचार-113 :: गांधी और गांधीवाद-17– “बा के बिना जीवन की मैं कल्पना नहीं कर सकता” - *कस्तूरबा गांधी की पुण्य तिथि पर* *विचार-113* *गांधी और गांधीवाद-17* *“बा के बिना जीवन की मैं कल्पना नहीं कर सकता”* भारत की आज़ादी की लड़ाई में बापू ...16 hours ago
- गज़ल --gazal - *गज़ल* आदरनीय र्श्री पंकज सुबीर जी के ब्लाग -------- http://subeerin.blogspot.com/ पर मुशायरा हुया. बह्र, और काफिया मुश्किल था मगर सुबीर जी के प्रोत्साहन...16 hours ago
- सुशील जी, क्या आपने नवाब साहब का किस्सा नहीं सुना...खुशदीप - अजय कुमार झा जी कह रहे हैं कि हिंदी ब्लागरों और साहित्यकारों का पहला विश्वयुद्ध छिड़ने ही वाला है...ये पंक्ति पढ़कर मुझे शोले में धर्मेंद्र का कहा वो डा...17 hours ago
- शाकाहारी था प्रागैतिहासिक मानव - *लंदन*। नेशनल अकादमी आफ साइंसेज जर्नल में कल प्रकाशित अनुसंधान रिपोर्ट के मुताबिक पुरापाषाण काल के यूरोपीय आलू जैसे किसी शाक को पीस कर आटा बनाते थे और बाद...22 hours ago
- करें हम प्रत्यभिज्ञा - शक्तियाँ असीमित, बस नेत्र हैं निमीलित, निज पर विश्वास करें, जीवन में सुवास भरें, अन्तर्मन मुखरित हो, क्लेश सब विगलित हो, क्लान्ति-श्रान्ति त्यागें हम...23 hours ago
- कैसा रहेगा आपके लिए 22 और 23 फरवरी का दिन ?? - 22 और 23 फरवरी के दिन मेष लग्नवालों का ध्यान संकेन्द्रणधन , परिवार और घरगृहस्थी सेसंबंधित मुद्दों की ओर बना रहेगा। भाग्य , धर्मया खर्च के मामले बहुत ...1 day ago
- जैसा बोओगे वैसा ही तो काटोगे. Garbage In Garbage Out. - [image: Parents] आज हम उस दौर मैं जी रहे हैं जहां अब ईमानदारी, सच्चाई , नसीहतें, उपदेश किताबी बातें बन के रह गयी हैं. आज जब इनकी बातें करो तो लोग वाह वाह...1 day ago
- आँखों से झांकते........... - * (1) आँखों से झांकते हुए तुम दिल में उतर गए हया का पर्दा है जो तुम्हे मुझसे है अलग करता (2) तुम्हे पाने की आरज़ू ने मुझे दीवाना बना...1 day ago
- अब मोबाइल पर देखिए वर्ल्ड कप, बिल्कुल फ्री! - वर्ल्ड कप का बुखार जोरों पर है और लोग कहीं भी, कभी भी मैच का ताजा हाल जानना चाहते हैं। अब वो दिन गए जब लोग ट्रांजिस्टर को कान से लगाए मैच की कमेंटरी सुनत...1 day ago
- ममता की फुलझड़ी - भ्रष्टाचारी सरकार में रेल मंत्री रेल मंत्री सुश्री ममता बनर्जी ने मांग की है कि बंगाल के कम्युनिस्ट नेताओं जिनका धन विदेशों में जमा है उसकी जांच करायी जाए। ...1 day ago
- ब्लागवुड में ताऊ महामात्य....! - अभी दो दिन पहले आदरणीय ताऊ ने ब्लागरत्व, जलागरत्व और ताऊत्व गुण प्रधान समीक्षक की तीन श्रेणियां हिन्दी ब्लाग जगत के पाठकों को समझाई उसे पढकर मेरी इस ...1 day ago
- ईश्वर, तेरी ये हरकतें अब बर्दाश्त के बाहर हो गयी हैं। - मंदिर -उग्रनाथ नागरिक- हे ईश्वर, तू तो बड़ा सर्वव्यापी हो गया है। घर में, दफ्तर में, सफर में, सड़कों पर, गलियों में, बाजारों में, मदिरालय में, वेश्यालय ...1 day ago
- छुट्टी कथा - पिछले करीब एक महीने से ब्लॉग पर कुछ नहीं लिखा. कारण यह था कि एंड सेमेस्टर एक्जाम्स थे फरवरी के पहले सप्ताह में. वैसे यह एक बहाना ही है अपने आलसीपन को छुपान...1 day ago
- कबीर के श्लोक - ५८ - बूडा बंसु कबीर का, उपजिउ पूतु कमालु॥ हरि का सिमरनु छाडि कै,घरि ले आया मालु॥११५॥ कबीर जी कहते हैं कि जब मेरा वंश बूढ़ा था उस समय मेरे मन मे नासमझी वाली बातें...1 day ago
- लघु कथा- प्रार्थना विधि. - एक समय किसी जहाज के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के बाद तीन व्यक्ति अपना सब कुछ खोकर बहते-बहते एक निर्जन टापू पर जा पहुँचें । वह टापू प्राकृतिक सम्पदा...1 day ago
- आपकी ये नज़र...... ओम कश्यप. - ऐ हसीना आपकी ये नज़र , कर गयी हमको बेखबर ! हुआ हम पर ये कैसा असर , अपना पता हे ना ज़हा की खबर ! ऐ हसीना आपकी ये नज़र , गालों पर हे कुछ लकीरे ! आखों में हे...1 day ago
- जागो! फ़र्जियों से बचो-- वंशावली लेखक ---- ललित शर्मा - फ़र्जी पंडा नम्बर--1 आर्यो में प्राचीन काल से ही वंशावली लेखन का कार्य हो रहा है। विभिन्न जातियों एवं उपजातियों की वंशावली गोत्र एवं गाँव के नाम से वर्गीकृत ...1 day ago
- कार्टून : वर्ल्डकप के धमाके - क्रिकेट वर्ल्डकप की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ- कुछ हास्य फुहार...! 1 2 3 4 52 days ago
- तुम्हारे वो गीत याद है मुझे - जब कभी सुनता हूँ वो गीत याद आने लगती हो तुम।उस गीत से जुड़ी है तुम्हारी यादें।साधारण सा इक गीत बस तुम्हारी होंठों का स्पर्श पाकर इक विशिष्ट सा हो गया था मे...2 days ago
- पुरानी डायरी का एक पन्ना... - *आज पुरानी डायरी में बरसों पुराना ख्वाब मिला. एक शाम घर कि छत पर बैठी सूर्यास्त देख रही थी. मुझे सूर्योदय और सूर्यास्त देखना बेहद पसंद है. आसमान के बदलते र...2 days ago
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- सामने रनों का पहाड़ था, और शेर दहाड़ा ही नहीं !!! - *. . . मेरे ' नीले (Blue)' मित्रों, भारत के बांग्ला शेरों के साथ हुऐ पहले मैच का स्कोरकार्ड आपके सामने है... न जाने क्या सोच बांग्ला कप्तान ने टॉस जीत पहले...2 days ago
- कसम - आज है तुझको कसम, कि जग को तू सँवार दे। हाथ में भविष्य तेरे, मानवों के हित का। मुख पे है जो दिव्य आभा, जगती से तेरे जीत का, बढ़ता ही चल उन राहों में, जो राह स...2 days ago
- नास्तिकता स्पेशल 01 --- आधुनिकता से बेहतर है..... चलें इतिहास की ओर ---- मैं तो बस कह ही सकता हूँ ----और आज का फंडा - मैंने महसूस किया की मेरे प्रिय (कथित )नास्तिक मित्र भगवान् के अस्तित्व को अस्वीकार करते करते कुछ ज्यादा ही अति कर रहे हैं .. मैं मानता हूँ हर बात को निष्...2 days ago
- हे प्रभु इस शहर को ये क्या हो गया है ? - प्रभू …. अब से पहले शहर की ये हालत न थी,,,, आज क्या हो गया…. आज क्या हो गया… ये गाजियाबाद शहर को हो क्या गया है… मैंने तो खुद को चिकोटी काट कर देखता हूँ क...2 days ago
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- आओ मिलकर वृक्ष लगायें - वृक्ष हमें फल देते हैं, हमसे कुछ नहीं लेते हैं, खुशियाँ बाँटे, खुशियाँ पायें। आओ मिलकर वृक्ष लगायें॥ तरु हमें छाया देते हैं, हम इनको पानी देते हैं, आओ इनकी ...2 days ago
- प्रोफिट के लिए नहीं पैशन के लिए बनाई फिल्म - *महर करो पपळाज माता की टीम फिल्म के प्रमोशन के लिए जयपुर आई* राजस्थानी फिल्म 'महर करो पपळाज माताÓ की टीम इन दिनों फिल्म के प्रमोशन के लिए जयपुर में है। डेरा...3 days ago
- सीता का विद्रोह - * * * * *विद्रोह या क्रांति कोई ऐसी चीज़ नहीं होती जिसका विस्फोट एकाएक होता हो,*बल्कि इसके अनन्तर अन्तर क़े तनाव को बल मिलता रहता है और जब यह अन्तर असह्य ह...3 days ago
- क्या आप बड़े ब्लोगर हैं? यदि हाँ तो अपनी काबलियत यहाँ दर्ज करवाएं - एक ब्लोगर क्या सोंचता है? किन किन आदतों का शिकार होता है? कौन कौन सी बीमारियाँ इत्यादि का उल्लेख संछेप मैं किया है. देख लें आपके बारे मैं क्या कहा गया ह...3 days ago
- इस झनझनाहट से कितना फ़र्क पड़ता है - हमें तो चिंता हो रही है कि जब कागज में तम्बाकू, गुटखा आयेगा तो बहुत जल्दी खराब हो जायेगा :) कपडे खराब होने से बीवी डांटेगी सो अलग ;) कल नया बांस (खारी बावड...3 days ago
- फिर भी जीवन में कुछ तो है - जीवन को पूरा समझ पाना, एक सतत प्रयत्न है, एक अन्तहीन निष्कर्ष भी। पक्ष खुलते हैं, प्रश्न उठते हैं, समस्या आती है, समाधान मिलते हैं। प्रकृति एक कुशल प्रशिक्...3 days ago
- आखिर क्यूं पापा आखिर क्यूं - Normal 0 false false false MicrosoftInternetExplorer4 /* Style Definitions */ table.MsoNormalTable {mso-style-name:"Table Normal"; ... Come and watch India...3 days ago
- संवेदना मर जाएगी - प्रश्न है बस प्रश्न का उत्तर नहीं खो गया जो घर कही वो घर नहीं जल रही थी, सदियों से जो प्यार की लौ कब बुझी, कैसे बुझी, क्योकर बुझी जल रहे इस प...4 days ago
- vivah vichhed/talaq aur mahila adhikar - *आज मैं आप सभी को जिस विषय में बताने जा रही हूँ उस विषय पर बात करना भारतीय परंपरा में कोई उचित नहीं समझता क्योंकि मनु के अनुसार कन्या एक बार ही दान दी जाती...4 days ago
- एडवोकेट जगदीश तिवारी का निधन - * * *जबलपुर नगर के प्रतिष्ठित अधिवक्ता गेट नम्बर चार निवारी श्री जगदीश तिवारी का निधन दिनांक 18 फ़रवरी 2011 को अपरान्ह दो बजे हो गया है. 5 अगस्त 1938 को ज...4 days ago
- तुझे पा लिया……(सत्यम शिवम) - तुमको कभी ऐसे पाऊँगा, तुझमे ही मै खो जाऊँगा, मर जाऊँगा,मिट जाऊँगा, पर अब जुदा हो ना पाऊँगा। मन के घनघोर बादलों पे, जैसे छायी हो रात की कालिमा, वैसे ही मै तुझ...5 days ago
- एंड्रॉयड में हिन्दी यूं पढ़ी जा सकती है -काजल कुमार - कुछ समय पहले मैंने एक पोस्ट लिखी थी आप ब्लागर हैं ! तो यह जानकारी आपको भी होनी ही चाहिये. . इसमें मैंने यह भी लिखा था कि एंड्रॉयड चलित सभी टैबलेट/फ़ोन ...6 days ago
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- Newton plays Hide n Seek - Once all the scientists die and go to heaven. They decide to play hide-n-seek Unfortunately Einstein is the one who has the den......... ..He is supp...1 week ago
- अनिद्रा से बचाव हेतु... - किसी भी कारण से यदि आप बिस्तर पर सोने के बाद भी देर तक नींद न आने की समस्या महसूस करते हैं तो एक बार इस फार्मूले को अवश्य आजमावें- *शंख...1 week ago
- सिर्फ अहसास ! - *प्यार वो अहसास है* *जिसको सिर्फ और सिर्फ* *दिल महसूस करता है,* *फिर वो दिल* *जरूरी तो नहीं कि* *सिर्फ * *प्रेम करें जिससे उसका ही हो.* *प्यार माँ की ममता मे...1 week ago
- छत्तीसगढ़ की डायरी - *ये छत्तीसगढ़ है... यहाँ तो * *नक्सलियों की 'भी' चलती है..* नक्सलियों ने अठारह दिन पहले जिन पाँच जवानों को अगवा किया था, उन्हें स्वामी अग्निवेश और सामाजिक क...1 week ago
- ढाई आखर प्रेम का .....…चर्चा मंच- 427 - *ओये - होए आज तो बड़े खिले खिले गुलाब की तरह दिख रहे हैं सबके चेहरे......क्या बात है जी..........ओह ! अच्छा ! तो ये बात है ...........आज वैलेन्टाइन डे है इ...1 week ago
- वेश्या - जो समाज औरत को देवी का दर्ज़ा देता है वही उस औरत को वेश्या बनने के लिए मजबूर करते समय देवी तो क्या माँ ,बहन, बेटी सभी को भूल जाता है ! किसी के कोमल सप...1 week ago
- चुल्लू भर पानी तो मुहैया हो - *लोग *संकट को भी संगीत की स्वर लहरियों के साथ जी लेते हैं। घरेलू परेशानियाँ होती हैं तो गा लेते हैं - ''राही मनवा दुख की चिंता क्यों सताती है, दुख तो अपना ...1 week ago
- अटल व तिवारी के सहारे बढ़ा निशंक का सियासी कद ! - `मिशन 2012´ के `चुनावी मोड´ में जा चुकी उत्तराखंड की भाजपा सरकार के तरकश से छूटा `अटल खाद्यान्न योजना´ का तीर आखिरी नहीं वरन पहला है। "अटल खाद्यान्न यो...1 week ago
- Spiritual Progress - ** There is benefit for you in every situation. If, that is, you know how to look for it. The idea behind steady spiritual progress is to see every circu...1 week ago
- नयी जनगणना में जाति तो पूछिए जाएगी , धर्म भी पूछा जायेगा क्या - इस देश की सरकार भी गज़ब है । कश्मीर में अरबों खर्च करती है और लात खाती है और छत्तीसगढ सरकार से सुरक्षा का पैसा मांगती है ? इस देश के कुछ क्षेत्र संवेदनशी...1 week ago
- हमारा लालू - हमारे परिसर में एक कुकुर है, शुद्ध देसी परन्तु सफ़ेद और भूरे रंग के कारण अच्छा ही दीखता है परन्तु उसकी आँखें कुछ डरावनी सी हैं. वैसे सीधा है. घरों में बची र...2 weeks ago
- विभिन्न प्रकार के डोसे - नोट- डोसा बनाते समय ध्यान रखें कि एक डोसा उतारने के बाद दूसरा डालने से पहले तवे पर पानी के छींटे मारें और कपड़े से पोंछ दें। डोसा फैलाने के बाद कुछ बूंदें...2 weeks ago
- एक दिशाविहीन सफर............ - फूल बिखरे मन भी बिखरा भाव बिखरे सब यहाँ। कौन जाने किस दिशा में जायेगा ये कारवाँ। चल रहे हैं सब मगर लेकिन पता नही पास है। पहँच जायेगें कभी हर एक मन में आस ह...2 weeks ago
- बेहतरीन अदाकारी ! - *उस दिन एक मेल मिली कि प्रो. साहब की माँ का निधन हो गया. जो उनसे परिचित थे सब ने कहा - 'बहुत अच्छा हुआ , अब प्रो. साहब को अपने जीवन में ...2 weeks ago
- आईये आपका अंधविश्वास और भी बढाऊँ । - अगर किसी इंसान को जहरीला सर्प डस ले । तो इलाज में दस - बीस हजार के तो इंजेक्शन ही लगते हैं । लेकिन कोई इंसान यदि आपसे यह कहे कि पीपल की एक स्वस्थ पत्तेदार डा...3 weeks ago
- कला - संस्कृति की संवाहक मानवीय एवं रसात्मक मैं कला हूँ भारतीय कला ललित कला कहीं एक हूँ तो कहीं अनेक शास्त्रों में साहित्य में वाङ्मय में श्रुतियों और स्मृतियों...3 weeks ago
- यूरोपियन यूनियन पर्यवेक्षक दल को बिनायक सेन के मुकदमे की कार्रवाई के निरीक्षण की अनुमति मिलनी चाहिए? - इस पोस्ट को पढने के लिए मेरे नए ब्लॉग पर जाएँ: यूरोपियन यूनियन पर्यवेक्षक दल को बिनायक सेन के मुकदमे की कार्रवाई के निरीक्षण की अनुमति मिलनी चाहिए?4 weeks ago
- मृग मरिचिका - यथार्थ और परिकल्पनाओं के अधर भावनाओं के सागर में उठती लहर सत्य समझ छद्म आभासों को पाने को लालायित हुआ ह्रदय समक्ष यथार्थ के आते ही आभास क्षणभर में हुआ व...4 weeks ago
- कितने दिन - कितने दिन दुस्वप्न सरीखे लौट-लौट कर आओगे ओ अभिशप्त अतीत भला कब वर्तमान से जाओगे तिरस्कार और उपहासों से हमको तो चुप कर दोगे पर अपने मन की सोचो उसको कैसे बहल...5 weeks ago
- "समाच्रार पत्रों में खटीमा ब्लॉगर मीट" - *खटीमा में 9 जनवरी को सम्पन्न हुए* *ब्लॉगर्स सम्मेलन की गूँज* *साप्ताहिक समाचार पत्र **में भी सुनाई दी!* *दैनिक जागरण* *अमर उजाला दैनिक*5 weeks ago
- ठूँठ .... (लघुकथा) - [image: image] वह अधमरा सा था. उठ भी तो नहीं सकता था. पेड़ की टहनियों को देखा नहीं गया, वे झुककर उसे हवा करने लगीं. उसे श्वास लेने में परेशानी महसूस हो रह...1 month ago
- स्वागत है नव मिहीर तुम्हारा... - स्वागत है नव दशक के मिहीर तुम्हारा उजले चैतन्य स्वर गुंजाए संदेश हमारा तिमिर हर, प्रकाश भर, जगमग जीवन खुशियों से आंचल भर नाचे जग सारा पुष्पाच्छादित हों ...1 month ago
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- मेरे देश को एक और मोहनदास करमचंद गाँधी चाहिए... - घोटालों पर घोटालें सामने आते जा रहे हैं ।महँगाई की मार खा-खा कर भी अपने देश के लोग मूक दर्शक बने अपने घरों से बैठें हैं.....अपने धंधों से थोड़ी -सी फुरसत ...1 month ago
- ठहर….ठहर….जाता कहाँ है… - *० क्यूँ रे मुए तेरा दिमाग फिर गया है क्या ?* *-क्या हुआ जी .. कुछ गलती हो गई मेरे से ?* *० मै कहती हूँ तेरे घर में माँ बहन नहीं है क्या?* *-क्यों ऐसा...1 month ago
- कोरियन सीखें- दैनिक जीवन में प्रयोग होने वाले वाक्य - आइये उच्चारण और व्याकरण की तकनीकी गहराई में जाने से पहले ये जानें कि कुछ सामान्य वाक्यों और वाक्यांशों को कोरियन में कैसे बोलें. मतलब कोरियाई भाषा के व्...1 month ago
- International Scores - International Scores: "Get the latest scores of all the international cricket matches from Cricinfo. Add the Cricinfo International Scores widget now!"2 months ago
- बोकारो हवाई अड्डा से उड़ान भरेगे लोग - 'यात्रीगण कृपया ध्यान दें!' , 'पटना जाने के लिए विमान तैयार है!' , 'आपकी यात्रा मंगलमय हो!' , कुछ इसी तरह की आवाज अब जिले के लोग बोकारो हवाई अड्डा पर सुन स...3 months ago
- रचनाकार: अरुणा कपूर की कहानी – अंधकार से आती आवाज - रचनाकार: अरुणा कपूर की कहानी – अंधकार से आती आवाज5 months ago
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- गणगौर रो गीत - म्हारा माथा नै मैमंद ल्यावो म्हारा हंजा मारू येईं रहो जी। म्हारा हाथां नै चुङलो ल्यावो म्हारा हंजा मारू येईं रहो जी। गणगौरयां रो बडो है त्युंआर म्हारा हं...6 months ago
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- 'गत्यात्मक ज्योतिष' की खोज : ग्रहों के बुरे प्रभाव को दूर करने के उपाय - हजारो वर्षों से विद्वानों द्वारा अध्ययन-मनन और चिंतन के फलस्वरुप मानव-मन-मस्तिष्क एवं अन्य जड़-चेतनों पर ग्रहों के पड़नेवाले प्रभाव के रहस्यों का खुलासा ह...10 months ago
- नूतन वर्ष २०१० की आपको अशेष शुभकामनायें अपार!! - नवल धवल सूरज से आलोकित हो घर आँगन परिवार नूतन वर्ष २०१० की आपको अशेष शुभकामनायें अपार बाधाएं दूर हो जीवन की, नित प्रेम सुरभि का हो संचार मन में करुणा व्याप...1 year ago
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- गिला लिखू अगर मै तेरी बेवफाई का -मिर्ज़ा मुहम्मद रफ़ी सौदा - गिला लिखू अगर मै तेरी बेवफाई का लहू में ग़र्क सफ़ीना हो आशनाई का दिमाग झड गया आखिर तिरा न, ऐ नमरूद चला न पिशा से कुछ बस तिरी खुदाई का कभी पहुच न सके दिल स...2 hours ago
- बे-मौसम बरसात - [image: DSCN1762] *दो-तीन दिनों से कर रहे थे इशारा , और कल गरजे सुबह-सुबह * *जैसे मुनादी कर रहे हों , कि हम आ गए हैं और बस शुरू हो गए बरसना ...* *कल दिन भर ब...3 hours ago
- ब्लॉगजगत में गुंडागर्दी या मात्र एक गीदड़-भभकी ? - Mithilesh dubey has left a new comment on your post "निर्वस्त्र होने से क्रांति नहीं आती , ना ही न्याय ...": मेरा कमेन्ट क्यूँ प्रकाशित नहीं किया गया ??? उ...4 hours ago
- शर्मसार हुई जयप्रकाश की धरती, चर्चित गायिका देवी के साथ यौन उत्पीडन - शर्मसार हुई जयप्रकाश की धरती, चर्चित गायिका देवी के साथ यौन उत्पीडन: "शर्मसार हुई जयप्रकाश की धरती, चर्चित गायिका देवी के साथ यौन उत्पीडन - Sent using Goo...4 hours ago
- यही होता है रोज. - रोज जब ये आग का गोला उस नीले परदे के पीछे जाता है और उसके पीछे से शशि सफ़ेद चादर लिए आता है तब अँधेरे का फायदा उठा उस चादर से थोड़े धागे खींच अरमानो ...5 hours ago
- उफ़ ! अब वो दौर नहीं, लोग नेकी करें और दरिया में डाल दें !! - चलो, किसी को आजमाया जाए ठहरे लम्हों को, चलाया जाए ! ... कोई कुछ भी कहे, कुछ बात तो है सच ! नजरें ठहर-सी जाती हैं ! ... सहेज लो आँखों में, बाहर मत निकलने दो स...5 hours ago
- एक सभ्यता पतन के कगार पर - प्रायः लोग दुर्लभ भारतीय संस्कारो के कठिन पालन से अरुचि कर बैठते है। और दुष्कर संस्कारो से कुंठाग्रस्त होकर, चंचलता से स्वेच्छाचारी बन जाते है। आधुनिक व कथ...7 hours ago
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- अपनी बात : ना आँखों देखी ना कानो सुनी - "* जिस क्षण मन को बाँधना शुरू करोगे, उसी क्षण से आत्मा के मुक्त होने का प्रमाण मिलने लगेगा*" " *हरी को भजे तो हरी को होई* " पर मैं कहता हूँ " *हरी सो भजे ...9 hours ago
- ब्लॉगर्स की नई ABC - *अगर ब्लॉगर्स के प्रयोग के लिए ABC की किताब बनाई जाए तो वह कुछ इस तरह होगी!!! * * * *A: APPLE * ** * * *B: BLOG* * * * * *C: CHAT* ** *D: DOWNL...10 hours ago
- संघ पारिभाषिक शब्दावली - *सरसंघचालक* - संघ के मार्गदर्शक *सरकार्यवाह* - संघ के निर्वाचित सर्वोच्च पदाधिकारी *संघ चालक* - स्थानीय कार्य व कार्यकर्ताओं के पालक *मुख्य शिक्षक* - नित्य च...10 hours ago
- तम की कोख सवेरा [कविता] ... श्रीकान्त मिश्र ’कान्त’ - रचनाकार परिचय:- श्रीकान्त मिश्र 'कान्त' का जन्म 10 अक्तूबर 1959 को हुआ। आप आपात स्थिति के दिनों में लोकनायक जयप्रकाश के आह्वान पर छात्र आंदोलन में सक्रिय रहे...11 hours ago
- स्वामी विवेकानन्द - *//त्रोदश **दृश्य //* *एक विशेष टिप्पणी*** भारतवर्ष में स्वामी जी ने भाषण बहुत कम ही दिए। यहाँ पर उनका प्रमुख कार्य था भूमि तैयार करना- ‘मनुष्य’ निर...12 hours ago
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- आजमगढ़ : और भी पहचान है मेरी ..... - 1974 के मार्च महीने की एक तारीख...पटना जाने वाली तमाम रेलगाड़ियां निरस्त कर दी गई हैं। 18 मार्च 1974 को नौजवानों ने पटना विधानसभा के घेराव का ऐलान कर रखा ह...17 hours ago
- वर्डकप सुभारम्भ के विडियो डाउनलोड करे - इस टाइम वर्ड कप का बुखार जोरो पर चल रहा है हर कोई क्रिकेट देखने में मस्त है पर क्या आपने इस वर्ड कप का सुभारम्भ होते हुवे देखा है शायद हर किसी ने नहीं ...18 hours ago
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- ताऊ पहेली - 114 (रणथंभोर दुर्ग, राजस्थान, Ranthambhor fort) : विजेता : सुश्री सीमा गुप्ता - प्रिय भाईयो और बहणों, भतीजों और भतीजियों आप सबको घणी रामराम ! हम आपकी सेवा में हाजिर हैं ताऊ पहेली अंक - 114 का जवाब लेकर. कल की ताऊ पहेली का सही जवाब है र...20 hours ago
- गुरु द्रौण का एक और पहलू.. - और मैं ! *शीर्षक से प्रकाशित इस आलेख पर मुझे मेरे द्रोण ने बताया कि :-"अंगूठा लेने के बावज़ूद एकलव्य की धनुर...23 hours ago
- निराशा... आखिर कब तक ? - "घुट घुट कर जीने से अच्छा है कि मर जाओ..." ये वाक्य अक्सर हम सभी ने कहीं न कहीं सुनी या पढ़ी या शायद कही भी होगी, पर अगर घुट - घुट कर जीना आपको रास ...1 day ago
- अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर .. - *सबका आपन मातरी भू , संसकिरिति अउर मातरी भासा केर सम्मान/बिकास करै क चही , यनहीते खुसियन/थई कै **राह निसरत है। * * ~ रिग बेद * from a poster in JNU . आज ‘अ...1 day ago
- मासूम सी .....'वो - उफ़ !जनगणना का इतना काम सिर पर पड़ा है पर मैं लिखने बैठ गई. अब तो विश्वास हो गया सचमुच 'ऐसीच' हूँ मैं. हा हा हा हुआ ये कि आज मैं एक घर में गई कुछ जानकारिय...1 day ago
- कुंभ लग्न की कुंडली भारतीयों के जीवनशैली का प्रतिनिधित्व करती है !! - आजादी मिलने के वक्त की गंहस्थिति पर ध्यान दिया जाए तो भारतवर्ष की जन्मकुंडली भले ही वृषभ लग्न और कर्क राशि की बनें और उसके अनुसार सभी ज्योतिषी भारतवर्ष...1 day ago
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- लोकतंत्र को निगल गया भ्रष्टाचार का अजगर .. - हाँ ! मैं देख रहा हूँ | क्या आपने नहीं देखा ? आप भी देख रहे हैं | हम सब देख रहे हैं , मगर तमाशबीन की तरह | कुछ करना भी चाहें तो क्या करें ? सिर्फ हो-हल्ला...
- लड़की की दास्तान............संजय भास्कर - ** *लड़की होने पर दुनिया वाले क्यों मनाते है शोक* *लड़की को बोझ क्यों समझते है लोग* *हर काम में ये आगे है ये मर्दों से* *कभी पीछे नहीं हटती अपने फर्जो से * *इ...1 day ago
- शिकार : एक कहानी, विज्ञान और संभावनाएं! - आइये पहले आपको कुछ तकनीकी शब्दों की जानकारी दे दूं, जो इस लेख में प्रयोग करने वाला हूँ।रोबोटिक्स: तकनीकी की वह शाखा जो रोबोट की डिजाइन, उनके व्यवहार आदि के...1 day ago
- ज्योतिर्विज्ञान- दिल के बहलाने को ख्याल अच्छा है :कैलाश वाजपेयी - सुप्रसिद्ध कवि-लेखक कैलाश वाजपेयी की विदेश में भारतविद् के रूप में पहचान है। पिछले दिनों ज्योतिर्विज्ञान के फलित पक्ष पर उनके विचार दैनिक 'हिन्दुस्तान' में...1 day ago
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- हैपेटाइटिस-सी के बारे में सब को जानना आखिर क्यों ज़रूरी है? - आज कल अकसर हैपेटाइटिस-सी के बारे में सुनते रहते हैं .. पहले जितना हैरतअंगेज़ हैपेटाइटिस बी के बारे में सुन कर लगता था, अब वही स्थिति हैपेटाइटिस-सी की है। ब...2 days ago
- जिन्दगी : बस यूँ ही - * 1* *जिन्दगी की खुशियाँ * *दामन में नहीं सिमटती* *ऐ मौत ! आ* *तुझे गले लगा लूँ...........* ** * 2* *जिन्दगी एक काम कर* *मेरी कब्र...3 days ago
- कैसी हो गयी है ये दुनिया.. - कैसी हो गयी है ये दुनिया.. ए बादल तू सफ़र कर और गौर कर इस धरा पर क्या ये वही पुरानी प्यासी धरा है जिसको तू अब पानी देता है, आंसू तो ख़ुशी या गम में ...3 days ago
- तू कहाँ: चंद मुक्तक - *तू कहाँ: चंद मुक्तक* ये मुक्तक सर्वशक्तिमान शक्ति का पता बताने का एक प्रयास है. इन मुक्तकों का प्रयोजन कर्म कांडों से परे होकर आपसी सद्भाव के लिए प्रेरित क...3 days ago
- एक सलाह मजबूरी पर... - मनमोहन ने कर दिया, ताल ठोंक ऐलान देखा होगा न कहीं, मुझ जैसा इन्सान मुझ जैसा इन्सान, घना मजबूर मैं दुखिया कहने को मैं प्रधान, नहीं हूं लेकिन मुखिया कह दान...3 days ago
- क्रांति नगर मेरठ में सात वर्ष (१२) - मैंने हाईस्कूल पास करते ही कामर्स छोड़ दी थी,लेकिन यहाँ एम्.डी.सा :ने कहा हमारे पास एकाउंट्स में ही जगह है वहीं काम करो.वजह यह थी कि(ये सब बातें बाद में पत...3 days ago
- हिंदी कहानी की रचनात्मक चिंताएं - राकेश रोहित - *कथाचर्चा* हिंदी कहानी की रचनात्मक चिंताएं * - राकेश रोहित* (भाग- 15) (पूर्व से आग...3 days ago
- आतंक के साए में....... राग तेलंग - *चश्मा उतारता हूं धुंधली हो जाती है दुनिया ऐसा लगता है * * बारूदी धुएँ से अटा पड़ा है सब कुछ चीज़ें साफ़ नज़र नहीं आतीं * * जैसे अभी-अभी हुआ है विस्फोट ...4 days ago
- एयर मेल सर्विस के 100 साल - डाक सेवा का विचार सबसे पहले ब्रिटेन में और हवाई जहाज का विचार सबसे पहले अमेरिका में राइट बंधुओं ने दिया वहीं चिट्ठियों ने विश्व में सबसे पहले भारत में हवा...4 days ago
- 7 Khoon Maaf - Darling - Movie : 7 Khoon Maaf Music Director : Vishal Bhardwaj Singer(S) : Usha Uthup, Rekha Bharadwaj Lyricists : Gulzar Daaaaaarrrrrling Ankhon Se Aankhe Char Ka...4 days ago
- क्या रावण ने काल को बाँध लिया था ? - ही ही ही..क्या हाल है ? जनाव का । अंकल जी ( वैसे तो मैं आपका अंकल हूँ । ) मैंने आपको कुछ दिन पहले दो सवाल भेजे थे । तुमने आंसर नहीं भेजा । अरे यार तुम तो ग्य...4 days ago
- एक उम्र कम है ...............केवल राम - इधर 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे ( प्यार का दिन) मनाया गया, और मैं बेखबर होकर सोचता रहा अपनी मस्ती में इन पंक्तियों को :- एक उम्र भी कम है मोहब्बत के लिए लोग कह...4 days ago
- भोपाल यात्रा और लौटकर पर्ल परिणय वर्ष का अनुभव -आह्लाद! - भोपाल की यथा प्रस्तावित यात्रा *मिनट टू मिनट *वैसी ही बीती जैसी संकल्पित थी ...हाँ रेल की लेट लतीफी ने सुबह के आरम्भिक कार्यक्रम में मेरी भागीदारी थोड़ी विल...4 days ago
- मुझे भी मिला वेलेनटाइन गिफ्ट - वेलेन टाइन डे पर स्कूल में तो टीचर ने हमें बहुत अच्छे अच्छे गाने सुनाए और सिखाए भी . मीस सिंडी बता रही थी कि वेलेन टाइन डे पर हम अपने बेस्ट फ्रेंड को हार्...5 days ago
- भ्रष्टाचार की लड़ाई मे नींव के पत्थर... सादर नमन - नींव के पत्थर ऐसे होते हैं जो किसी को भले न दिखें लेकिन उनपर पूरी शानदार इमारत खड़ी होती है। पिछली पोस्ट मे इस ब्लाग के द्वारा सभी देश के नागरिकों से अनुर...6 days ago
- ऐसा क्यों? - * भारतीय समाज की सामाजिक व्यवस्था के अनुसार बेटी विदा होकर पति के घर ही जाती है. उसके माँ बाप उसके लालन पालन शिक्षा दीक्षा में उतना ही खर्च कर...6 days ago
- झूठी हुई कहावत : घमंडी लाल अग्रवाल - यदि तुम खेलोगे-कूदोगे तो ख़राब बन जाओगे, झूठी हुई कहावत यह तो, सबको ही बतलाओगे। पढ़ने-लिखने वाले ही क्या बस नवाब बन पाते हैं? खेलकूद में रहते अव्वल वे भी ना...6 days ago
- उतरा चाँद मेरे आँगन - कुछ दिनों से अपने इस प्यारे ब्लॉग जगत से अनुपस्थित रही हूँ ..कुछ लोग इसका कारण जानते हैं शायद और बहुत से लोग नहीं ..जो नहीं जानते वे सोच रहे होंगे की शायद ...6 days ago
- पहला लेख >>>> - इस ब्लॉग पर हम इश्वर के अस्तित्व से सम्बंधित प्रमाणों पर पूर्वाग्रह रहित चर्चाएँ करेंगें .. आस्तिक , नास्तिक तो ऐसे ही काफी छोटा सा विभाजन है ..... इस ब्लॉ...1 week ago
- Aaj Ka Quote Of The Day 15 2 11 - “यदि आप में आत्मविश्वास नहीं है तो आप हमेशा न जीतने का बहाना खोज लेंगे.” - ...1 week ago
- ब्लागिंग में गुटबाजी उचित नहीं:ब्लागर - वैलेंटाइन-डे के मौके पर लक्ष्मीनगर में कई ब्लागर्स एकत्र हुए. इस दिन का सदुपयोग करते हुए सभी ब्लागर्स ने एक दूसरे को प्रेम-दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दे...1 week ago
- संकल्पों और विकल्पों का द्वंद्व.....! - जीवन में संकल्पों का बहुत महत्व है। हमारे द्धारा लिए गये संकल्प हमारी इच्छाशक्ति और जीवन सिद्धांतों के प्रति दृढता को प्रतिबिंबित करते हैं। संकल्प हमारे म...1 week ago
- कब तक कब तक - *कब तक कब तक* बालगीत : डा. नागेश पांडेय ' संजय ' भूख लगी है, कब तक कब तक? खाना-पानी, दें ना नानी जब तक जब तक, तब तक तब तक। टीचर से डर, कब तक कब तक? रहे ...1 week ago
- १४ फ़रवरी यानि वेलेंटाइन डे - १४ फ़रवरी यानि वेलेंटाइन डे ओर वो कहते हैं की प्यार के इजहार का दिन हैं, इकरार का दिन हैं ओर कहीं कहीं तकरार का दिन हैं. ये ठीक रहा वैसे की एक दिन फिक्स ...1 week ago
- ये चाहे तो सर पै बिठा ले, चाहे फैंक दे नीचे........... - वर्ष 1981 में मिस्र की जिस जनता ने हुश्नी मुबारक को सर आँखों पर बैठाया और राष्ट्रपति का ताज पहनकर सत्ता के शीर्ष पर पहुँचाया था तब किसी ने भी नहीं सो...1 week ago
- आत्मचिंतन - मनुष्य जन्म से लेकर स्वयं को न पहचानना जीवन की सबसे बड़ी भूल है सत्य को न जानना किसी अपराध से कम नही है सत्य को पहचानने का साधन एक मात्र आत्माचिंतन है इ...1 week ago
- मुहब्बत... - *' कल तुम्हारी आवाज शहर में आई थी,* * * *कल चांद दिखा था,* * * *लोगों को लगा कि ईद थी कल,* * * *कैसे बताऊं जमाने को कि वो तुम्हारा चेहरा था...’* ये हद है...1 week ago
- गुर्जर स्टूडेंट फेडरेशन का सम्मेलन 27 को - *कार्यक्रम में गुर्जर समाज की मासिक पत्रिका गुर्जर न्यूज का भी किया जाएगा विमोचन * *जयपुर. *गुर्जर स्टूडेंट फेडरेशन का सम्मेलन 27 फरवरी को सुबह 9.15 मिनट प...1 week ago
- पिता की चिता के बहाने - जली पिता की चिता तो समझो कोई मेरे साथ नहीं था भीड़ बहुत थी धक्के भी थे गलबहिंया भी हाथ में कोई हाथ नहीं था दोस्त बहुत थे लेकिन उनसे बहुत ही ज़्यादा सामाजिकत...1 week ago
- स्पष्ट जनादेश, वो क्या होता है??? - मित्रों बहुत दिनों से दिमाग में यही सवाल चल रहा है कि चारों ओर थू थू होने के बाद भी आखिर यह कांग्रेस सत्ता में आती कहाँ से है? मै केवल मेरे आस पास के क्षे...1 week ago
- उमींद - एक दिन इका्र सांस लै ला्गि सकूं ना्ड़ि लै हरै सकें, दिन छनै- का्इ रात ! कब्बै न सकीणीं का्इ रात लै है सकें। छ्यूल निमणि सकनीं जून जै सकें, भितेरौ्क भिते...1 week ago
- बगुला भगत : रूपचंद्र शास्त्री मयंक - बाल कविता-बगुला भगत -रूपचंद्र शास्त्री 'मयंक'- बगुला भगत बना है कैसा। लगता एक तपस्वी जैसा। अपनी धुन में अड़ा हुआ है। एक टांग पर खड़ा हुआ है। धवल दूध सा उज...1 week ago
- निर्वासन का दर्द है प्रवासी भारतीय साहित्य की पहचान - राजेन्द्र यादव - नुक्कड़ के साभार . यमुनानगर। निर्वासित होने का दर्द हम सबके भीतर बना रहता है। दिल्ली भी प्रवासियों का शहर है। विदेशों में रह रहे कि भारतीय वहां के लोगों क...1 week ago
- "मुनुआ रोये ऊं ऊं ऊं " - प्यारे बच्चों ! मेरे पड़ोस में एक छोटा सा बच्चा रहता है . उसका नाम है मुनुआ . हर रोज उसका एक अजीबोगरीब सवाल होता है . एक बार उसने पूछा - "अम्मा मेरे मू...1 week ago
- आजकल कवितायें नहीं केवल चिन्ता कर रहा हूँ - हँसाना और लोगों को मनोरंजित करना मेरा पेशा है इसलिए करता हूँ कविता लिखना मेरा शौक है इसलिए वो भी करता हूँ लेकिन न जाने क्यों कुछ दिनों से मन मेरा बुझ...1 week ago
- सैनिक शिक्षा सबके लिये अनिवार्य हो - नये दशक का नया भारत ( 4 ) : सैनिक शिक्षा सबके लिये अनिवार्य हो वर्षों पहले नाना पाटेकर ने प्रहार फिल्म के जरिये एक सपना देखा था , " सैनिक ...1 week ago
- सरस्वती पूजा पर आज तो बस पुरानी यादें ही साथ हैं !! - सरस्वती पूजा को लेकर सबसे पहली याद मेरी तब की है , जब मैं मुश्किल से पांच या छह वर्ष की रही होऊंगी और सरस्वती पूजा के उपलक्ष्य में शाम को स्टेज में हो ...2 weeks ago
- बसंत तू कब आया ? - रात के तीन बजकर 29 मिनट हुए हैं, चैट पर टन्न की आवाज आती है। बसंत पंचमी की शुभकामनाएं लिखा दिखाई देता है। ध्यान से देखता हूँ तो अरुण राय जी हैं। जिनकी कवित...2 weeks ago
- परवेज की परवाज़ - *खबर: *बेनजीर भुट्टो की हत्या के आरोप में पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का भी नाम चार्जशीट में शामिल। *तड़का: *चार्जशीट का क्या है? कोई कार्रवा...2 weeks ago
- हे राघव क्या उचित था ? - Share दोस्तों बहुत दिनों से नेट की तबियत नासाज़ होने की वजह से आप सब से दूर रही...अब नेट की तबियत दुरुस्त हो गयी है तो आप से मिलना मिलाना होता रहेगा...तो ...2 weeks ago
- जन्म-राशि और व्यक्तित्व (वृश्चिक-राशि).. - इस राशि का अधिपति *“**मंगल**”* ग्रह है. इस राशि का तत्व जल तथा स्वरुप स्थिर है. उत्तर दिशा का स्वामी है इसकी प्रकृति व स्वभाव सौम्य कफ प्रकृति है. मंगल...2 weeks ago
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- हरिभूमि में: गरीब सांसदों को सस्ता भोजन - *दैनिक हरिभूमि में दिनांक 1 फ़रवरी को प्रष्ट संख्या 4 पर प्रकाशित मेरा व्यंग्य* हमारे प्यारे देश भारत में एक जगह ऐसी भी हैं जहाँ गरीब लोगो के लिए सस्ता भोज...2 weeks ago
- सैन्य अधिकारियों ने जब पूछा मछली मछली कितना पानी! - सैन्य अधिकारियों के एक हाई प्रोफाईल पंद्रह सदस्यीय दल ने कल शाम वाराणसी के राजकीय प्रक्षेत्र ऊंदी पर मछलियों की विविध प्रजातियों का अवलोकन किया और भारत में...2 weeks ago
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- मेरी बदमाशियां...... - पिछले शनिवार की बात है, सुबह का वक्त था, मम्मीआई अपने काम में दूसरे रूम में व्यस्त थी । मैं Barbie Fairytopia देख रही थी । बाद में उन्होंने टीवी बंद कर दिय...2 weeks ago
- मैं व इंदिरा गाँधी - *5. मैं व इंदिरा गाँधी* मेरे जन्म-दिन यानी 21 मार्च 1977 को भारतीय राजनीती के इतिहास में एक महत्त्वपूर्ण घटना घटी थी. इसी दिन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी च...3 weeks ago
- हमारे संस्कार ( खत्री हरिमोहन दास टंडन जी) ... भाग . 3 - हिंदू धर्म में उपनयन का बहुत महत्व है। इस संस्कार को बालक के समझदार होने पर करने का विधान है , जिससे वह धार्मिक कृत्यो को अच्छी तरह समझ सके और चरित्र ...3 weeks ago
- हैपिली अनमैरिड!!! - भाईयों और सहेलियों, आपमें से जो मेरा ढपोरशंख पहले से झेलते आयें हैं, वो टाईटल देख कर चकित हो सकते हैं. लेकिन उम्र के साथ इंसान (और कभी-कभी शैतान भी) स्यान...3 weeks ago
- कौन कहाँ से कहाँ (१५) - * **पूर्वकथा : * आशु एक डी एम का बेटा जो अपनी माँ की मौत के बाद नाना नानी के घर पला . पिता और सौतेली माँ के एक्सीडें...3 weeks ago
- नीलकंठ - संवादों का आज मंथन कर लिया उसमें से निकला हलाहल पी लिया . तुमने नीलकंठ तो देखा है न ? अब मुझे लोग नील कंठ कहते हैं .4 weeks ago
- इसे क्या समझूं मैं ?????????????? - You are currently using 7102 MB (94%) of your 7541 MB. क्या सिर्फ 6 प्रतिशत जीवन ही बचा है, इस मेल का अथवा यह संकेत है मेरे जीवन का ???5 weeks ago
- माया के जन्म दिवस पर गैस विस्फोट - उ0प्र0 की मुख्यमंत्री मायावती के 55 वें जन्मदिवस पर शाहजहांपुर में आयोजित समारोह में हीलियम गैस के सिलेण्डर फटने से एक व्यक्ति की मौत हो गयी और आधा दर्जन स...5 weeks ago
- पॉज़ीटिव ऐटीट्यूड - ग्राहक: आपने तो बताया नहीं था कि गजक के पैकेट में इनाम है ! दुकानदार: कुछ निकला क्या !? ग्राहक: हां, खाते समय माचिस की तीली आई थी मुंह में। दुकानदार: अच्छा व...5 weeks ago
- क्या सांपों को दूध पिलाना पुण्य का काम है। - विश्व की लगभग सभी सभ्यताओं में सांपों को किसी न किसी रूप में पूजने का रिवाज रहा है। यूनानी देवता एस्क्लीपियस, जोकि औषधि के देवता माने जाते हैं, केपास मौज...5 weeks ago
- मौत का टुम्मा (रसीद) - मौत ने तारीख़ तय कर, उसपे टुम्मा कर दिया हमने भी इसकर के फ़ौरन, मय पे चुम्मा कर दिया *----बवाल* *टुम्मा = रसीद * *मय = शराब या भक्तिरस, आप जो भी मान लें*1 month ago
- अब चल पड़े केरल की ओर--एक थके हुए युवक से मुलाकात -- केरल यात्रा ---1 - उड़ कर केरल की यात्रा तो कई बार की । यहां के कई शहरों को देखा। लेकिन फ़्लाईट से केरल के सौंदर्य का मजा नहीं लिया जा सकता। इसलिए हमने तय किया कि अब ट्रेन के ...1 month ago
- aapka shukriya - आदमी के लिए जरुरी है कोई उम्मीद कोई आस रहे ...आपका आना सफल हो इस जहाँ मैं केवल राम आप रहें यह नव रहें1 month ago
- कदम बढ़ाया है तो बढ़ते रहेंगे... - ब्लॉग की दुनिया के सभी फनकार नव वर्ष की दिली शुभकामनाएं! 2011 यानी 11 यानी डबल इक्का! बस, यही वजह है आज से शुरुआत की। ‘एक का अंक’ अपना मूलांक होने के क...1 month ago
- ***भारत प्रश्न मंच राउंड-१ मेरिट लिस्ट *** - [image: Orkut Myspace Welcome Scraps, Graphics and Comments] भारत प्रश्न मंच आप सभी का हार्दिक अभिनन्दन करता है सभी स्वजनों को नववर्ष की अनेका नेक शुभकामनाए...1 month ago
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- Albelakhatri.com: रचनायें सादर आमन्त्रित हैं स्पर्धा क्रमांक - 5 के लिए ...... कृपया इस बार बढ़-चढ़ कर हिस्सा लीजिये - Albelakhatri।com: रचनायें सादर आमन्त्रित हैं स्पर्धा क्रमांक - 5 के लिए ...... कृपया इस बार बढ़-चढ़ कर हिस्सा लीजिये!1 month ago
- पेट्रोल की कीमत नहीं बढ़ी : मंगतू का गणित - [image: image] मैं हमेशा स्कूटर में पेट्रोल 100 रूपये का डलवाता हूँ. अक्सर मेरे साथ मंगतू होता है और वह देखता रहता है. कल से पेट्रोल की कीमत में वृद्धि ...2 months ago
- Innovative SF and Mythology Mix to communicate S&T to Indian Masses - *Innovative SF and Mythology Mix to communicate S&T to Indian Masses* Arvind Mishra Secretary, Indian Science Fiction Writers’ Association 16, Cotton Mill C...2 months ago
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- बाल्यावस्था का प्रतीक ग्रह : चंद्रमा - पिछले आलेख में स्पष्ट हो चुका है कि चंद्रमा पृथ्वी का सबसे निकटतम ग्रह है, इस कारण इसका प्रभाव पृथ्वी पर सबसे अधिक पडता है। समुद्र में ज्वार भाटा का आन...3 months ago
- अनुवाद-- पाती अडिये बाजरे दी मुट्ठ - अनुवाद --पंजाबी पुसतक' पाती अडिये बाजरे दी मुट्ठ्'-- गुरप्रीत गरेवाल --का हिन्दी अनुवाद। अनुवाद के क्षेत्र मे ये मेरा पहला प्रयास है। आशा है आप मेरा उत्साह...4 months ago
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बहुत अच्छी प्रस्तुति।
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