2 अप्रैल 2011

मिसफ़िट पर पूरी 571 पोस्ट

मिसफ़िट ब्लाग पर  मिसफ़िट पर पूरी 571 पोस्ट हो गईं आज़ . अर्चना चावजी के सहयोग से ब्लाग में चार चांद लग गये साथ  आपके स्नेह का बिसरना ग़लत होगा ...  ब्लाग पर 25000 पाठकों की संख्या से बस ज़रा सी दूरी पर हूं.....आज़ तक 24,969  इस ब्लाग को बांच चुके हैं. 
बस आभार के अलावा क्या ... कहूं....?


2 टिप्‍पणियां:

कँवल ताल में एक अकेला संबंधों की रास खोजता !
आज त्राण फैलाके अपने ,तिनके-तिनके पास रोकता !!
बहता दरिया चुहलबाज़ सा, तिनका तिनका छिना कँवल से !
दौड़ लगा देता है पागल कभी त्राण-मृणाल मसल के !
सबका यूं वो प्रिय सरोज है , उसे दर्द क्या कौन सोचता !!