यशस्वी ब्लागर डाक्टर विजय तिवारीकिसलय का चयन "जबलपुर-साहित्य रत्न" के लिये प्रथम पांच में जूरी द्वारा किया गया है. यह ब्लागजगत के लिये गौरव की बात होगी अगर उनको सम्मान प्राप्त होता है. आपसे विनत अनुरोध है कि उनको अपना एक बहुमूल्य वोट देकर डा० तिवारी को सहयोग करें सभी स्नेही जनों ने किसलय जी को वोट किया और डाक्टर विजय तिवारी को हासिल हुआ वो सम्मान जिसे पाना एक गौरव पूर्ण घटना है किसलय जी के लिये समूचे ब्लाग जगत के लिये .
डाक्टर किसलय जी को बीसियों प्रस्तावों में से श्रेष्ठ पांच में चुना था नई दुनिया जबलपुर ने जिसमें शामिल थे वयोवृद्ध साहित्यकार चिंतक श्रीयुत हरिकृष्ण त्रिपाठी, रंगकर्मी साहित्यकार श्रीमति साधना उपाध्याय, कथाकार श्री राजेंद्र दानी, एवम श्रीयुत गार्गी शरण मिश्र जिनका स्नेह श्री किसलय को प्राप्त है.
दशकों से आकाशवाणी एवं टी. वी. चेनलों पर लगातार प्रसारण. एवं काव्यगोष्ठी का संचालन. , कहानी पाठ तथा समीक्षा गोष्ठियों का आयोजन करने वाली संस्था 'कहानी मंच जबलपुर' के संस्थापक सदस्य. साथ ही पाँच वर्ष तक लगातार पढ़ी गयीं कहानियों के 5 वार्षिक संकलनों के प्रकाशन का सहदायित्व निर्वहन.,मध्य प्रदेश लेखक संघ जबलपुर के संस्थापक सदस्य. जबलपुर के वरिष्ठ पत्रकार स्व. हीरा लाल गुप्त की स्मृति एवं पत्रकारिता सम्मान समारोह का सन 1997 से लगातार आयोजन-सहयोगी, स्थानीय, प्रादेशिक, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय लगभग दो दर्जन पुस्तकों की समीक्षा, विभिन्न एकल, अनियमित तथा नियमित पत्रिकाओं का संपादन. साहित्यिक गोष्ठियों में सहभागिता एवं संचालन. अंतरराष्ट्रीय अंतरजाल (इंटरनेट) के ब्लागरों में सम्मानजनक स्थिति.
डॉ. काशीनाथ सिंह, डॉ. श्रीराम परिहार, प्रो.ज्ञान रंजन, आचार्य भगवत दुबे सहित ख्यातिलब्ध साहित्यकारों का सानिध्य पाने वाले किसलय जी हिन्दी काव्याधारा की दुर्लभ काव्यविधा "आद्याक्षरी" में लगातार लेखन कर रहे हैं.
हिन्दी व्याकरण पर सतत कार्य एवं राष्ट्रभाषा हिन्दी के प्रचार - प्रसार हेतु संकल्पित.
श्री किसलय जी स्वतन्त्र पत्रकारिता एवं साहित्य लेखन के चलते लगभग 35 वर्ष से प्रकाशन. कविताओं, कहानियों, लघुकथाओं, आलेखों, समीक्षाओं का सतत् लेखन के लिये प्रतिबद्ध हैं
डॉ. काशीनाथ सिंह, डॉ. श्रीराम परिहार, प्रो.ज्ञान रंजन, आचार्य भगवत दुबे सहित ख्यातिलब्ध साहित्यकारों का सानिध्य पाने वाले किसलय जी हिन्दी काव्याधारा की दुर्लभ काव्यविधा "आद्याक्षरी" में लगातार लेखन कर रहे हैं.
विजय के अभिन्न मित्र वसंत मिश्रा,राजीव गुप्ता,राजेश पाठक, रमाकांत ताम्रकार, डा०रमेश सैनी,कुंवर प्रेमिल, डा० संध्या जैन ’श्रुति’,अरुण यादव, द्वारका गुप्त, के लिये यह खबर जहां उत्साह जनक थी वहीं ब्लागर समीर लाल , ललित शर्मा,बवाल सहित सभी ब्लागर्स की ओर से बधाईयां
प्रकाशन :- काव्य संग्रह " किसलय के काव्य सुमन " का सन 2001 में प्रकाशन. गद्य-पद्य की 2 पुस्तकें शीघ्र प्रकाश्य. हिन्दी व्याकरण पर सतत कार्य एवं राष्ट्रभाषा हिन्दी के प्रचार - प्रसार हेतु संकल्पित.
श्री किसलय जी स्वतन्त्र पत्रकारिता एवं साहित्य लेखन के चलते लगभग 35 वर्ष से प्रकाशन. कविताओं, कहानियों, लघुकथाओं, आलेखों, समीक्षाओं का सतत् लेखन के लिये प्रतिबद्ध हैं
ब्लागलेखन :- "हिन्दी साहित्य संगम" अंतराजालीय ब्लाग पर नियमित लेखन एवं ‘हिन्दी साहित्य संगम’ के संस्था के द्वारा लगातार औचक रूप से साहित्यिक गोष्ठियां करने का करिश्मा कर देते हैं विजय भाई.
अन्य:- धर्मार्थ इले. होम्योपैथी चिकित्सा का सीमित संचालन. सामाजिक संस्थाओं एवं निजी तौर पर समाज सेवा. विदेशी डाक टिकटों का संग्रह, नवीन टेक्नोलॉजी एवं वैश्विक घटनाओं की जानकारी में रूचि. बाह्य आडंबर, साहित्यिक खेमेबाजी, सहित्य वर्ग विभाजन (जैसे छायावाद, प्रगतिशील, दलित साहित्य आदि) से परहेज. क्योंकि साहित्य साहित्य होता है.
संप्रति म. प्र. पॉवर जनरेटिंग कंपनी लिमि. जबलपुर के वित्त एवं लेखा विभाग में कार्यालय सहायक.सम्पर्क:-
विजय तिवारी " किसलय "
'विसुलोक', 2419 मधुवन कालोनी,
विद्युत उपकेन्द्र के आगे, उखरी रोड,'विसुलोक', 2419 मधुवन कालोनी,
बल्देव बाग, जबलपुर. 482002.
मोबाईल क्रमांक: 094 253 253 53.
Mail ID :- vijaytiwari@gmail.com
badhai evm shubhakamnayen
जवाब देंहटाएंबधाईयाँ हों।
जवाब देंहटाएंडॉ. किसलय को
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत शुभकामनाएँ!