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30 मई 2007

वॉइस ऑफ़ इंडिया आभास जोशी

वाइस ऑफ़ इंडिया की दोड़ में आभास जोशी आगे होते जारहे हैं .मध्य प्रदेश का गौरव आभास का दिल त्याग की भावना से लबालब है....! छोटी उम्र मे आभास बावरे फकीरा के प्रोजेक्ट को बड़ी मेहनत से अपने भाई और संगीतकार श्रेयस के साथ पूरा किया है ....

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कँवल ताल में एक अकेला संबंधों की रास खोजता !
आज त्राण फैलाके अपने ,तिनके-तिनके पास रोकता !!
बहता दरिया चुहलबाज़ सा, तिनका तिनका छिना कँवल से !
दौड़ लगा देता है पागल कभी त्राण-मृणाल मसल के !
सबका यूं वो प्रिय सरोज है , उसे दर्द क्या कौन सोचता !!

कितना असरदार

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