23 मई 2008

"अच्छा वो गैलिस वाली पेंट वाले......प्रमोद जी ...?"


प्रमोद सराफ अनोखा फोटोग्राफ़र हैं जो जाने कब से शायद बचपने से गैलिस वाली पेंट पहनते हैं । गज़ब की सोच डूब फोटो ग्राफी करतें हैं। ए आई आर ने परसाई जी का साक्षात्कार लिया घर पर उन दिनों परसाई जी पूरी तरह बीमार थे । चेहरे के मूल भावों को बिना किसी हलचल के कैद करना था .दूर सामने से फोटो खींचने के लिए अनुमति थी ..... फ्लेश भी सीधे चेहरे पर न पड़े .... कोई डिस्टरबैन्स न हो !
प्रमोद भाई ने फ्लेश की चमक दीवार पे फैंकी और खींच ली तस्वीर ।
असल में मुझे इस तस्वीर से लगाव हैं सो मैंने कहा- भाई ,मुझे वैसी तस्वीर खिंचवानी हैं जैसी आपने परसाई जी की तस्वीर ली थी ।
प्रमोद जी बोले भाई आप को वो मूड लाना पडेगा । घंटे भर कोशिश के बाद फोटो लिया किंतु प्रमोद जी को मज़ा नहीं आया।

अब इसे ही ले लीजिए इसे गाँव से आया
इक मदारी अपने साथ लाया था...... इस
तस्वीर से झांकती
"पेट के लिए स्वामी एवं सेवक"
की साधना की सराहना करनी
ही होगी ....




girish billore mukul

1 टिप्पणी:

  1. बहुत बढ़िया तो आई है फोटो.

    अगली बार आयेंगे तो प्रमोद जी हमारी भी एक तस्वीर खिंचवा दिजियेगा. :)

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कँवल ताल में एक अकेला संबंधों की रास खोजता !
आज त्राण फैलाके अपने ,तिनके-तिनके पास रोकता !!
बहता दरिया चुहलबाज़ सा, तिनका तिनका छिना कँवल से !
दौड़ लगा देता है पागल कभी त्राण-मृणाल मसल के !
सबका यूं वो प्रिय सरोज है , उसे दर्द क्या कौन सोचता !!