6 जन॰ 2010

सायबर क्राइम :मेरी आई डी का दुरूपयोग


                                                            आज अचानक भोपाल में विभागीय मीटिंग के समय एक +918040932451  से प्राप्त सन्देश का कुछ इस प्रकार था मैं बैंगलोर से बोल रहा हूँ आपके पास ढ़ेड़ करोड़ इ-मेल आई०डी० हैं इस आशय का मेल मुझे मिल गया है मेल के ज़रिये मिले आई डी पर मैंने मेल भेजी है . आपका  उत्तर न मिला इस लिए फोन कर रहा हूँ ?अचानक आए इस फोन का अर्थ अभी तक मुझे समझ न आया लेकिन इस भय से कि फोन करने वाले व्यक्ति किसी साजिश के शिकार  न हों अतएव उनको फ़ौरन sms करके बताया कि यह मेल मेरे आई डी से मेरे द्वारा नहीं किया है ! मित्रों इस घटना का अर्थ जानने की कोशिश कर रहा हूँ किन्तु आप सभी को आगाह कर रहा हूँ इस तरह का कोई भी मेल आप तक पहुंचे तो कृपया तस्दीक ज़रूर कर लीजिए वैसे मैं भी इस घटना की जानकारी सायबर क्राइम विभाग को देना चाहता हूँ यदि बैंगलोर वाले वो फोन कर्ता मुझे कथित रूप से उनको प्राप्त मेल की प्रति भेजें . आप जो भी इस विषय में जानकारी रखतें हैं कृपया तकनीनी आलेख ज़रूर लिखिए

4 टिप्‍पणियां:

  1. हम तो मसला ही ठीक से नहीं समझ पाये.

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  2. गिरीश जी इससे मिलता जुलता किस्सा मेरे साथ भी हो चुका है। अंतर यही है कि वह सब हमारे अपने ही साथियों द्वारा किया गया था।

    देखिएगा
    http://bspabla.blogspot.com/2009/10/blog-post_20.html

    बी एस पाबला

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  3. मुझे ऐसे ऐसे लोगों के आइ डी से मेल आते हैं जिन्हे या तो ये सब करने की पुरसत ही नही या जो इस दुनिया में भी नही हैं मै तो वे सब डिलीट कर देती हूं ।

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  4. is tarah ke mail par dhyaan hi nahi dena chahiye
    aajkal waise bhi ye sab bahut bad gaya hai

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कँवल ताल में एक अकेला संबंधों की रास खोजता !
आज त्राण फैलाके अपने ,तिनके-तिनके पास रोकता !!
बहता दरिया चुहलबाज़ सा, तिनका तिनका छिना कँवल से !
दौड़ लगा देता है पागल कभी त्राण-मृणाल मसल के !
सबका यूं वो प्रिय सरोज है , उसे दर्द क्या कौन सोचता !!