बाल गीत:
भारत माता
संजीव 'सलिल'
मदर इंडिया, भारत माता,
जयकारा मेरे मन भाता
हिन्दी-अंग्रेजी का लड़ना-
मुझको बिल्कुल नहीं सुहाता.
दुनिया की हर भाषा-बोली,
बच्चों की होती हमजोली.
ज्ञान-ध्यान की बात बताएं,
सीख-सिखाएं खुशियाँ पायें.
हम अनेक फ़िर भी हैं एक,
कभी न खोये स्नेहिविवेक.
लिख,पढ़,बढ़ सबको सुख देंगे'
पीड़ित के आंसूं पोछेंगे.
मेहनत ही है सच्ची पूजा.
नहीं साधना का पथ दूजा.
'सलिल' हाथ से हाथ मिलाकर,
हंस तू सबको गले लगाकर...
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मयकदा पास हैं पर बंदिश हैं ही कुछ ऐसी ..... मयकश बादशा है और हम सब दिलजले हैं !!
सुन्दर मनभावन गीत!!
जवाब देंहटाएंSundr
जवाब देंहटाएंdhanyavad
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