नव संवत्सर में...
मीत सत्य नारायण से पहचान करें नव संवत्सर में.
सरस्वती जी विमल बुद्धि वरदान करें नव संवत्सर में..
*
शक्ति-पर्व पर आत्मशक्ति खुद की पहचानें .
नहीं किसी से कम हैं हम यह भी अनुमानें.
मेहनत लगन परिश्रम की हम करें साधना-
'सलिल' सकल जग की सेवा करना है- ठानें..
*
एक त्रिपदी : जनक छंद
*
हरी दूब सा मन हुआ
जब भी संकट ने छुआ
'सलिल' रहा मन अनछुआ..
*
और अंत में...
एक गेंद के पीछे भागें ग्यारह-ग्यारह लोग
एक अरब काम ताज देखें अजब भयानक रोग
रामजी देश बचाना
रोग यह शीघ्र छुड़ाना...
*
संजीव 'सलिल'
*मीत सत्य नारायण से पहचान करें नव संवत्सर में.
खिलें कमल से सलिल-धार में, आन करेंनव संवत्सर में..
काली तेरे घर में, लक्ष्मी मेरे घर में जन्मे क्योंकर?सरस्वती जी विमल बुद्धि वरदान करें नव संवत्सर में..
*
शक्ति-पर्व पर आत्मशक्ति खुद की पहचानें .
नहीं किसी से कम हैं हम यह भी अनुमानें.
मेहनत लगन परिश्रम की हम करें साधना-
'सलिल' सकल जग की सेवा करना है- ठानें..
*
एक त्रिपदी : जनक छंद
*
हरी दूब सा मन हुआ
जब भी संकट ने छुआ
'सलिल' रहा मन अनछुआ..
*
और अंत में...
एक गेंद के पीछे भागें ग्यारह-ग्यारह लोग
एक अरब काम ताज देखें अजब भयानक रोग
रामजी देश बचाना
रोग यह शीघ्र छुड़ाना...
*
रोग भयानक लगा हुआ है,
जवाब देंहटाएंजीवन ऐसे बड़ा हुआ है।