10 जून 2007

चिन्मय बिल्लोरे का निवेदन

दुनिया में सबसे सुन्दर भारत है ,जिस के सर पर हिमालय का ताज़ और पैर पखारता है सागर ।
भारत में कोणार्क का सूर्य मंदिर , क़ुतुब मीनार , लोटस टेम्पल, तो है ही , इस देश के लोग भी बहुत भले हैं ,
मेरे भारत के ताज़ के लिए ......वोट करेंगे ना .........आईये आप हम सब मिलकर ताज़ को "दुनिया का बेताज़ बादशाह " बनायें.....
चिन्मय
क्लास फोर्थ "ए"
जॉय सीनियर सेकेंडरी स्कूल जबलपुर

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

कँवल ताल में एक अकेला संबंधों की रास खोजता !
आज त्राण फैलाके अपने ,तिनके-तिनके पास रोकता !!
बहता दरिया चुहलबाज़ सा, तिनका तिनका छिना कँवल से !
दौड़ लगा देता है पागल कभी त्राण-मृणाल मसल के !
सबका यूं वो प्रिय सरोज है , उसे दर्द क्या कौन सोचता !!