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28 मई 2008

साठा सो पाठा....

जबलपुर में 60 वर्ष की वय पूर्ण कर चुके साहित्यकार एकत्र हुए शहीद स्मारक प्रांगण में ,ये चित्र दुर्लभ है इसे सुलभ कराया भाई विजय तिवारी "किसलय"ने
सभी बुजुर्गवारों के शतायु होने
की
कामनाएं
॥ नर्मदे हर: हर:॥


1 टिप्पणी:

  1. सभी बुजुर्गवारों को नमन एवं उनके शतायु होने
    की मंगलकामनाएं.

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कँवल ताल में एक अकेला संबंधों की रास खोजता !
आज त्राण फैलाके अपने ,तिनके-तिनके पास रोकता !!
बहता दरिया चुहलबाज़ सा, तिनका तिनका छिना कँवल से !
दौड़ लगा देता है पागल कभी त्राण-मृणाल मसल के !
सबका यूं वो प्रिय सरोज है , उसे दर्द क्या कौन सोचता !!

कितना असरदार

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