Ad

16 मई 2009

जीते को शुभकानाएं हारों को भी....!!

लोकसभा चुनाव में विजय हासिल करने वालों को हार्दिक शुभकामनाएं .....
पराजितों को इस हार को सहने की शक्ति हेतु जनता जनार्दन से प्रार्थना

--
गिरीश बिल्लोरे

1 टिप्पणी:

कँवल ताल में एक अकेला संबंधों की रास खोजता !
आज त्राण फैलाके अपने ,तिनके-तिनके पास रोकता !!
बहता दरिया चुहलबाज़ सा, तिनका तिनका छिना कँवल से !
दौड़ लगा देता है पागल कभी त्राण-मृणाल मसल के !
सबका यूं वो प्रिय सरोज है , उसे दर्द क्या कौन सोचता !!

कितना असरदार

Free Page Rank Tool

यह ब्लॉग खोजें