पाठको
सदगुरु की कृपा के बिना जीवन महज बायोलाजिकल-स्ट्रैक्चर के अतिरिक्त कुछ भी नहीं आज से इस ब्लाग पर आप पाएंगें उनके द्वारा साधकों को दिये सूत्र जो करिश्माई थे "जीवन में अध्यात्म का योग कैसे हो सहज मिल जावेगा "
इस ब्लाग के अलावा "बावरे-फ़क़ीरा" पर उनके पत्रों का प्रकाशन करना भी ज़रूरी है आप का सम्बल आशीर्वाद बना रहे है .
रविवार दिनांक १४ नवम्बर २०१० से यह यात्रा आरम्भ कर सकूंगा
मयकदा पास हैं पर बंदिश हैं ही कुछ ऐसी ..... मयकश बादशा है और हम सब दिलजले हैं !!
Ad
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
प्रतीक्षा रहेगी।
जवाब देंहटाएं१४ नवम्बर का इंतजार है .
जवाब देंहटाएं14 नवम्बर का इंतजार है , कुछ मिनट ही शेष है .
जवाब देंहटाएं