Ad

7 जन॰ 2010

हमें हर मामले में उंगली करनें में महारत हासिल है .



अंगुली करने में हम भारत वालों की कोई तोड़ नहीं है ।हमें हर मामले में उंगली करनें में महारत हासिल है .....!गोया कृष्ण जीं ने गोवर्धन पर्वत को अंगुली पे क्या उठाया हमने उनकी तर्ज़ पर हर चीज़ को अंगुली पे उठाना चालू कर दिया है । मेरे बारे मे आप कम ही जानते हैं ...! किन्तु जब अंगुली करने की बात हो तो आप सबसे पहले आगे आ जायेंगें कोई पूछे तो झट आप फ़रमाएंगे "बस मौज ले रहा था ?" अंगुली करने की वृत्ति पर अनुसंधान करना और ब्रह्म की खोज करना दोनों ही मामलों में बस एक ही आवाज़ गूंजती है "नयाति -नयाति" अर्थात "नेति-नेति" सो अब जान लीजियेजिसे जो भी सीखना है सीख सकता है बड़ी आसानी से ...! जानते हैं कैसे ? अरेभाई केवल अंगुली कर कर के !! मुझ जैसे लोग जो कम्प्युटर का कम भी न जानते थे बस अंगुली कर कर के कम्प्युटर-कर्म सीख गया देखिये मेरी अंगुली को आज तक कुछ भी नहीं हुआ ...! ये अलहदा बात है कि कम्प्यूटर ज़रूर थोड़ा खराब हुआ । इससे आप को क्या शिक्षा मिली ......? यही कि "चाहे जहाँ ,जितनी भी अंगुली करो अंगुली का बाल भी बांका नहीं होगा । इतिहास गवाह है कृष्ण जीं की अंगुली याद करिये !इंद्र की बोलती बंद कर दी योगेश्वर ने उनकी अंगुली का कुछ भी न हुआ. होता भी कैसे प्रभु ने अंगुली बनाते वक़्त उसके अनुप्रयोग के बाद किसी भी विपरीत प्रभाव के न पड़ने का अभय दान सिर्फ अँगुलियों को ही दिया था. आज देखिये कितने लोग सिर्फ अंगुली उठा कर जीवन यापन कर रहें  हैं =>  अब खबरिया/जबरिया टी वी चैनल्स को ही देखिये अंगुली दिखा दिखा के उठा आपकी हालत खराब करना इनकी ड्यूटी है आप इनकी अंगुली पे अंगुली नहीं उठा सकते . यदि आप यह करना भी चाहें तो.........संभव नहीं है कि आप कुछ कर पायेंगें .
इस  पोस्ट  का अगला भाग:-यानि ब्रिगेडियर  मिसिर  कृत  आलेख बांचिये इधर =>;;"भाग-02" 
अथवा इधर  

अम्बेडकर बाबा को  अपुन का विनत प्रणाम

12 टिप्‍पणियां:

  1. क्रमशः का इन्तजार है, दिशा भाँपने के लिए.

    जवाब देंहटाएं
  2. किसकी अंगुलिया और किसपर उठेंगी ...जानेंगे क्रमशः के बाद ...!!

    जवाब देंहटाएं
  3. ये "अंगुली महिमा" रोचक बन पड़ी है गिरीश भाई। अगले कड़ी का इन्तजार है।

    सादर
    श्यामल सुमन
    09955373288
    www.manoramsuman.blogspot.com

    जवाब देंहटाएं
  4. एक उंगुली ने ही पूरे विश्व को हिला रखा है। अमेरिका इरान पर उंगुली करता है, दक्षिण कोरिया उत्तर कोरिया पर उंग़ली करता है, भारत पाकिस्तान पर और पाकिस्तान भारत, चीन भारत पर भारत चीन पर उंगली ही करता है। ओबामा जब भाषण देगा तो एक उंगली का प्रयोग करता है। साईं बाबा भी एक उंगली से समझते हैं सबका प्रभु एक है। गुरू नानक देव जी एक एक उंगुली उठाते हुए कहता हैं कि एकमकार

    जवाब देंहटाएं
  5. बस उंगली करते रहिए।
    मौज लेते रहिए।

    जवाब देंहटाएं
  6. अरे वाह. भाई मस्त उंगली किया है.

    अगली कडी का इंतजार रहेगा.

    जवाब देंहटाएं
  7. अंगुली पुराण प्रथम अध्याय समाप्तम. अब द्वितीय भाग का इंतजार है.

    रामराम.

    जवाब देंहटाएं
  8. बेहद अच्छा लगा ये ऊँगली नामा .... खबरिया जबरिया वाले तो जबरन दिखाते है . राजनीति में भी नेतालोग दो ऊँगली उठाते है .... महिमा बढ़ गई उंगलियों की ...

    जवाब देंहटाएं
  9. अरे! आज तो दो दो ब्लोग में उँगली पुराण है!

    जवाब देंहटाएं
  10. अंगुली पुराण की प्रथम मीमांसक पोस्ट थी द्वितीय भाई मिसिर जी लिख दिए
    कुलमिला कर अब सारी उंगलियाँ केवल एक ही दिशा में हैं तभी तो अंगुलीमाल
    प्रजाति के ब्लॉगर पोस्ट से कभी लाइन हटाते नज़र आ रहे हैं कभी पोस्ट पोस्ट
    ही नहीं कर पा रहे हैं ..... करपात्री जी भी अब अंगुली का महत्व जान गए है
    अब तो नर्मदे हर हर बोल दो भाई

    जवाब देंहटाएं
  11. भक्तो
    मैं आ गया हूँ अब तुम सभी बच्चा लोग आ जाओ मेरे मठ में
    वहीं से मठ.........डालेंगे

    जवाब देंहटाएं

कँवल ताल में एक अकेला संबंधों की रास खोजता !
आज त्राण फैलाके अपने ,तिनके-तिनके पास रोकता !!
बहता दरिया चुहलबाज़ सा, तिनका तिनका छिना कँवल से !
दौड़ लगा देता है पागल कभी त्राण-मृणाल मसल के !
सबका यूं वो प्रिय सरोज है , उसे दर्द क्या कौन सोचता !!

कितना असरदार

Free Page Rank Tool

यह ब्लॉग खोजें