चट:- शैख़ ने मस्जिद बना, मिस्मार बुतख़ाना किया !
पट:- तब तो एक सूरत भी थी, अब साफ़ वीराना किया !!
--- नामालूम
शब्दार्थ:-बुतख़ाना :- मंदिर, मिस्मार :- बर्बाद
बवाल की इस पहली पोष्ट के लिए उनका हार्दिक आभार "समस्या-पूर्ती" के उदाहरण के साथ आपके लिए ज़रूरी सूचना यह है कि आप सभी का इंतज़ार यहां भी है" काव्य पहेली"
बात तो मार्के वाली कह गये भाईज़ान
जवाब देंहटाएंअल्लाह आपकी सोच को सलामत रखे
मुल्क के अम्नो अमन में आप का पैगाम
माइल-स्टोन बने
बड़ी ऊँची बात कह गये बवाल चट पट में..
जवाब देंहटाएंवाह बवाल साहेब
जवाब देंहटाएंगहरे कह गए
कम लफ़्ज़ो मे बड़ी बात।
जवाब देंहटाएंएक सवाल भाई बवाल
जवाब देंहटाएंयहां भी पहेली का सवाल? :)
वाह बावल भाई बहुत खुब, आप ने बात बिल्कुल सही कही...
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