28 जून 2009

कहानी:"हाँ मुझे भी तुमसे इश्क है "

"१०१२ वीं पोस्ट एक प्रेम कहानी "

संयोग ही था कि सुषमा के भावों को समझने में उसे बेहद देर लगी उससे भी ज़्यादा देर हुई संकेत समझ कर अनुवादन में. आज जब संस्कारों के पर्वत को पार कर नेह निमंत्रण देती आँखों में झांका तो एक तपस्वनी सी लग रही थी वो मुझे..? विपरीत परिस्थिति में मेरा साथ निभाती वो साँवली सलोनी मूरत अक्सर मेरी उदासी को अपनी उदासी मेरे उछाह को अपना उछाह समझती थी तब एक भी बार मन में इसका कारण मुझे न समझ आना और फिर अचानक ..............एक दिन जब मुझे लगा कि सुषमा मेरी नेह निमंत्रिका है तब तक समय का पाखी सथियों को अपने परों में लपेट कर इतनी दूर जा चुका था कि किसी भी सूरत में उससे उन स्थितियों को वापस लाना संभव न था.
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"सुषमा जी, आप चाहें तो इस काम को कल निपटाइए . "
"न सर, फिर हेड आफिस से कोई फरमान आ जाएगा तो फिर ..?"
"हाँ, ये तो है, पर अब देर भी तो ...?"
"कोई बात नहीं सर "
सुषमा ने सहजता से उस काम को अंतिम रूप दिया जो मेरे लिए एक उपलब्धि होने जा रहा था . अगले ही दिन हेड ऑफिस का फरमान आया कि दो घंटे में सर्वे रिपोर्ट तैयार हो जाए . तब जाकर लगा कि सुषमा आगे तक परफेक्ट सोच वाली है जिस काम के लिए अन्य मातहत टालमटोल कर रहे थे सुषमा ने समय के पूर्व ही निपटा दिया . बावजूद इसके मुझे समझ नहीं आ रहा था कि कौन सी बात मुझसे जोड़ रही थी उसे . जो हर पल सुषमा बेचैन रहती किसी न किसी बहाने मेरे इर्द गिर्द बने रहने के लिए
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बीमारी की वज़ह से तीन दिन की सी एल के आवेदन के साथ एक पेपर लगा था जिसमें कई सारे सरकारी अधूरे काम का ज़िक्र था . कैसे और कब तक किससे से कराना संभव होगा स्पष्ट रूप से लिखा था . पहला दिन तो यूं ही गुज़र गया किन्तु दूसरी सुबह बिना सुषमा के ऑफिस ऑफिस सा नहीं लग रहा था . चैम्बर का दरवाजा खुलता तो लगता सुषमा आ रहीं हैं . कई बार घंटी बजा कर प्यून बुलाया सुषमा को बुलाने को कहना चाहा फिर याद आते ही वापस भगा दिया .साथ-साथ रहते कोई बात समझ न आए वो बात तब आसानी से मन मीत के अभाव में ज़रूर समझ में आती है . आज एहसास हुआ कि सुषमा केवल कर्मचारी नहीं मेरे दिल की अधिकारी है.... जैसे तैसे लंच तक अपने आप को जप्त किया और बॉस को छुट्टी का मेल कर ऑफिस से निकला . घर गोया कहीं ज़्यादा वीरान लग रहा था क्या करुँ कहाँ जाऊं कुछ समझ में न आया फिर बदहवास सा घर से सीधे फ्लेट नंबर डी-22 में पहुँच गया जी सुषमा का यही घर कभी एक बार छोड़ने आया था और तीन बरस बाद आज आया .कई बार सोच विचार कर काल बेल न दबा सका. उलटे पाँव वापस जा रहा था कि नीचे सीडियों से पीली चेक साडी में लिपटी सुषमा ऊपर आती नज़र आयी . पास आते ही पूछ बैठी "सर,कोई ख़ास बात . ?"
मैं-"नहीं,वो मेरा मित्र प्रभात है न यहीं डी-21 में जो रहता है ! "
अरे सर बताया था न वो लोग नर्मदा रोड में चले गए सर आपका कार्ड भी तो था उनके गृह प्रवेश का याद कीजिए .
अपनी चोरी पकडी जान मन में अजीब सा अपराध बोध लिए ज़ल्द लौटना चाहता था .किन्तु सुषमा के आगृह ने गोया पाँव गस दिए . सुषमा के पीछे पीछे आज्ञाकारी सेवक सा हो लिया.
कालबेल बजाते ही सुषमा के पापा ने दरवाजा खोला . परिचय तो था ही सो बात चीत का सिलसिला पापा से चल निकला बातों बातों में मुझे बताया कि सुषमा को देखने कोई आने वाले हैं . सुन कर यूं लगा मानो किसी मज़बूत मकान को अर्रा के गिरते देख रहा हूँ ?
चाय-नास्ते के बाद वापस लौटते वक़्त मेरे उदास चेहरे को बांच उसने पूछा:"सर,उदास क्यों हैं ? कोई ख़ास वज़ह ?"
"हाँ,मैं कोई काम वक़्त पर नहीं करता जिससे मुझे कई बार नुकसान हुआ है "
सर, यदि ऑफिस का कोई प्राबलाम्ब हो तो मैं चलूँ ?
नहीं सुषमा, ज़िन्दगी का है तुम आने वालों का ध्यान रखो,
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ठीक तीसरे दिन , ऑफिस का नंबर सेल फोन पर ब्लिंक हुआ. दो बार मिस्ड होने के बाद तीसरी बार जब सुषमा का नंबर ब्लिंक हुआ तो उठाना लाज़मी था. अनमने ढंग से मेरा हेलो कहना उसे नागवारा गुज़रा. उसने मुझसे पूछा "ज़्यादा तबीयत खराब है ?"
"हाँ ?"
"सर, मैं आती हूँ "
ठीक पंद्रह मिनट बाद सुषमा फ्लेट में थी. मैंने कहा "क्यों कष्ट कर रहीं हैं आप ?"
"इसमें कष्ट क्या ............ आप वक्त पर काम नहीं करते आप मासूम भी हैं मुझे आपकी कमजोरी का ज्ञान है "
"क्या मतलब, मेरी तनाव ग्रस्त पेशानी पर हाथ रख सुषमा चहक उठी तीन दिन में ये हाल कर लिया ज़िन्दगी कैसे काटेंगे आप मेरे बगैर अनिमेष......?"
सर से अनिमेष संबोधन सुन मेरे मन में शांत पडा अभिव्यक्ति का ज्वालामुखी अचानक फूट पडा-" हाँ मुझे भी तुमसे इश्क है तुमसे ही पर अब क्या फायदा अब तो तुम यू एस ए जाओगी एन आर आई से ब्याह के !!"
"अनिमेष, तुम जैसी कमज़ोर नहीं हूँ मैंने उसे बता दिया था कि में अनिमेष से प्यार करतीं हूँ "

27 जून 2009

अब तक अपन ने 1011 पोस्ट लिख मारी हैं



सभी भाइयो बहनों
सादर अभिवादन स्वीकारिये
आपको यह जान कर खुशी होगी की अपने राम ने एक हज़ार ग्यारह पोस्ट लिख कर कीर्तिमान बना लिया । मेरी कंपनी के कुल ७ हैं ।
  1. मुकुल का चिट्ठा : 101 संदेश
  2. मिसफिट 190 संदेश,
  3. "खज़ाना" : 348 संदेश
  4. उषा किरण : 203 संदेश
  5. नार्मदेय ब्राह्मण समाज, : 14 संदेश
  6. बावरे-फकीरा :: 118 संदेश
  7. मेलोडी ऑफ़ लाइफ : 38 संदेश
मुझे लगता है अब आप सभी अपनी अपनी पोस्ट गिन लीजिये । सुना हैं ब्लॉग गणना होने जा रही है.... फ़िर पोस्ट की गिनती और फ़िर टिपियाना भी गिना जाएगा. इस पर सूचना प्रकाशन विभाग एक विस्तृत रिपोर्ट भी छापने जा रहा है . जो ब्लॉगर एक लाख का आंकडा पार करेगा उनको "ब्लॉग श्री" की उपाधि दी जावेगी . समय का इंतज़ार कीजिए तब तक मेरी पीठ पर शुभकानाएं अंकित कर

दीजिए ।

21 जून 2009

बाबूजी की बीमारी : और ललिता पवारी वृत्तियाँ

<=आभास और बाबूजी
बीते दिन पितृ दिवस के उपलक्ष्य पर बासी पोस्ट सादर प्रस्तुत है पर यह बासी इस कारण नहीं होगी क्योंकि हमारे देश में पिता को केवल एक दिन नहीं वरन पूरे बरस मान्यता देने कि परम्परा है....
  • ये सही है कि बाबूजी की बीमारी(प्रोस्टेड का आपरेशन) सर्वथा हमारी पारिवारिक समस्याहै इसकाअर्थ यह की हम सभी शीघ्र उनके स्वस्थय होने तक उन सारी व्यवस्था से दूर होजाएँ जो रोजी रोटी के परिपेक्ष्य में ज़रूरी हैं...... यह सभी के लिए ज़रूरी होती है किंतु पथरीले लोग पथरीली व्यवस्था सिर्फ़ आत्मकेंद्रित सोच आपको अपने पिता की सेवा में जब बाधक बनती दिखाई दे तो आपको यकीन हो जाएगा कि कमीनगी और बाहरी वातावरण में गहरा अंतर्संबंध है
  • समय नहीं था पिछले गुरूवार को सतीश भैया ने बताया कि भाई, अब आपरेशन बहुत ज़रूरी है सो हम सभी इस जुगत में मसरूफ होना चाहते थे कि बाबूजी का आपरेशन हर हाल में सोमवार यानी 15जून-09 तक हो ही जावे, तभी देर शाम सूचना मिली की मुझे भोपाल जाना है। मन मसोस कर जन्मदाता और ईश्वर दौनो से ही मानसिक क्षमा मांग कर "सरकारी-मिशन" को निकल पडा। अपने 10अधिकारी मित्रों के साथ .......... बॉस तो थे ही .... साथ में दिमाग में बाबूजी की तखलीफें सरकारी फरमान बारी बारी से हावी हो रहे
  • उधर मेरे बड़े भाई साहब जो रेल विभाग के अधिकारी हैं का सेल फून कितना भी रिरियाया भाई साब बिल्कुल निष्ठुर भाव से देखते रहेपर उठाया नहीं किसी भी मकसद परस्त का फोन ....!
  • मेरे एमिदिएट बॉस को मालूम था सो बेचारे किसी भी तरह से भी काम काज निपटा रहे थे किंतु कुछ ऐसे भी थे या थीं जो अपने अलावा अन्य सभी को शून्य समझते जैसे एक फोन मिला : "कैसे हैं बिल्लोरे जी ""ठीक हूँ,मैडम, पापा बीमार हैं हस्पताल में हैं...!""बमुश्किल उनकी जुबां से न चाहते हुए भी उनको पापा के हाल चाल पूछने पड़े ज्यों ही हमने कहा पहले से ठीक है ! मेरा इतना कहना था की मेडम ने दन्न से मुझे एक काम सौंपने की हरकत कर दी " आप मारें या जियें आप के बाप का जो भी हाल हो मेरा काम सर्वोपरि ?
  • कमीनगी की हद तो तब पार कर दीं गईं जब श्रीमती "क" ने काम की पोज़िशन जानने अपने मतकमाऊ पति से लगातार फोन करवारहीं थीं .......... तब बाबूजी का बीपीलो हो जाने की वज़ह से हम भाई डाक्टर साहब से चर्चारत थे...फुर्सत होकर मैंने मेडम "क" के फोन पर काल बैक किया..उधर से आवाज़ आई जो किसी भारी भरकम बक्से के खुलने जैसी थी : "बिल्लोरे वो क्या हुआ ? "{मेडम का पति था सो ब्यूरोक्रेटिक शिष्टाचार के मद्दे नज़र वो "सर" हुआ } हम बोले : आपका {मेडम का } काम करने में असमर्थ हूँ । मेरी प्रियोरिटी मेरे बाबूजी हैं न की आपका काम । उधर से आवाज़ आई "ठीक है तुम अपने पापा को देखो उसमक्कार आवाज़ में इस बार धमकाने वाला अंदाज़ था "
  • कुल मिला कर आज आदमी की ज़िन्दगी में खासकर सिस्टम के छोटे पुर्जों की दुर्गति इसी तरह की जाती है खासकर राज्य सरकारों के ब्यूरोक्रेटिक-सिस्टम में ।
  • आप कहीं अफसर हों तो अपने अधीन किसी अफसर या कर्मचारी कि दुआ लीजिए ऊपर लिखे ललिता पवारी हादसे को अंजाम न दें ।

14 जून 2009

एक ख़त : नाना पाटेकर के नाम

नाना पाटेकर साहब
सादर अभिवादन
एक की क्या मजाल किसी भी आदमी को हिज़ड़ा बना देता है ये डायलाग अब ख़त्म हो चुका है, मेस्किटो- रैकेट जो सानिया जी के हाथ में है वैसा का वैसा रैकेट खोजा जा चुका है नाना जी जिसमें बिजली के प्रवाह से मच्छर का अन्तिम संस्कार तक सहजता से हो जाता है । और और क्या तुम्हारा डायलाग गलत साबित हो गया।
भाई आदमी ने अपने झूठे दंभ को कायम रखने औरत आदमी,गरीब अमीर , उंचा नीचा, जैसा वर्गीकरण किया है । नपुंसक वो नहीं जो दैहिक रूप से हो हो नपुंसक वो है जो "..............................?" सब जानतें हैं हाँ वही जो कमज़ोर के सामने ताकत दिखाए बलवान के सामने दुम हिलाए .........................

12 जून 2009

क्या आत्म ह्त्या ही एकमात्र उपाय है ?

समयाभाव की वज़ह से नई पोस्ट नहीं लिख पाया सो "I am rethelining this post "

आईये, हम इस सोच की पड़ताल करें कि क्यों आता है ये विचार मन में....? आम जिन्दगी का यह एक सहज मुद्दा है। खुशी,प्रेम,क्रोध,घृणा की तरह पलायन वादी भाव भी मन के अन्दर सोया रहता है। इस भाव के साथ लिपटी होती है एक सोच आत्महत्या की जो पल भर में घटना बन जाती है, मनोविज्ञानियों का नज़रिया बेशक मेरी समझ से क़रीब ही होगा ।
गहरे अवसाद से सराबोर होते ही जीवन में वो सोच जन्म ले ही लेती है ।
इस पड़ताल में मैं सबसे पहले खुद को पेश करने कि इजाज़त मांगता हूँ:-
"बचपन में एक बार मुझे मेरी गायों के रेल में कट जाने से इतनी हताशा हुयी थी कि मैनें सोचा कि अब दुनियाँ में सब कुछ ख़त्म सा हों गया वो सीधी साधी कत्थई गाय जिसकी तीन पीड़ी हमारे परिवार की सदस्य थीं ,जी हाँ वही जिसके पेट से बछड़ा पूरा का पूरा दुनियाँ मी कुछ पल के लिए आया और गया" की मौत मेरे जीवन की सर्वोच्च पराजय लगी और मुझे जीवन में कोई सार सूझ न रहा था , तब ख्याल आया कि मैं क्यों जिंदा हूँ ।
दूसरे ही पल जीवन में कुछ सुनहरी किरणें दिखाई दीं । पलायनी सोच को विराम लग गया।
ये सोच हर जीवन के साथ सुप्तरूप से रहती है।इसे हवा न मिले इसके लिए ज़रूर है ....आत्म-चिंतन को आध्यात्मिक आधार दिया जाये।अध्यात्म नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त या नगण्य कर देता है। इसका उदाहरण देखिये :-
"प्रेम में असफल सुशील देर तक रेल स्टेशन पर गाड़ी का इंतज़ार कर रहा था बेमन से इलाहाबाद का टिकट भी ले लिया सोच भी साथ थी आत्म हत्या की किन्तु अध्यात्म आधारित वैचारिक धरातल होने के कारण सुशील ने प्रयाग की गाड़ी पकड़ी कुछ दिन बाद लौट भी आया और अपने व्यक्तित्व को वैचारिक निखार देकर जब मुझसे मिला तो सहज ही कहां था उसने-"भैया,जीवन तो अब शुरू हुआ है"
"कैसे....?"
"मैं असफलता से डिप्रेशन में आ गया था सोच आत्म हत्या की थी लेकिन जैसे ही मैंने सोचा कि मुझे ईश्वर ने जिस काम के लिए भेजा है वो केवल नारी से प्रेम कर जीवन सहज जीना नही है मुझे कुछ और करना है "
सुशील अब सफल अधिकारी है उसके साथ वही जीवन साथी है जिसने उसे नकार दिया था।
समय की रफ़्तार ने उसे समझाया तो था किन्तु समय के संदेशे को वो बांच नहीं पाया । सुशील पत्नी ,
सहज जीवन,ऊँचे दर्जे की सफलता थी उसके साथ। वो था अपनी मुश्किलों से बेखबर ।
समय धीरे-२ उसे सचाई के पास ले ही आया पत्नी के चरित्र का उदघाटन हुआ , उसकी सहचरी पत्नी उसकी नहीं थी। हतास वो सीधे मौत की राह चल पडा। किन्तु समझ इतनी ज़रूर दिखाई चलो पत्नी से बात की जाये किसी साजिश की शिकार तो नहीं थी वो। शक सही निकला कालेज के समय की भूल का परिणाम भोग रही जान्हवी फ़ूट पड़ी , याद दिलाये वो पल जब उसने बतानी चाही थी मज़बूरी किन्तु हवा के घोडे पर सवार था सुन न सका था , भूल के एहसास ने उसे मज़बूत बना ही दिया । पत्नी की बेचारगी का संबल बना वो . नहीं तो शायद दो ज़िंदगियाँ ...............
मेरे ख़याल से जितनी तेज़ी और आवेग से विध्वंसक-भाव मष्तिष्क में आतें हैं उतनी तेज होती है रक्षात्मक-भाव जो एक कवच सा बना देता है यह सब इतनी तेज़ी से होता है कि समझ पाना कठिन होता है । शरीर की रक्त वाहनियों में तीव्र संचार मष्तिष्क को विचलित कर देता है । हम सकारात्मक विचारों को बेजा मान बैठतें है। और लगा देते हैं छलाँग कुएँ/रेल की पटरी के आगे ...........
" आप क्या सोचतें हैं ......मुझे बताइये ज़रूर ...... वक़्त निकालकर !"
हमारे देश में ही नहीं समूचे विश्व में यही स्थिति है......अध्यात्म के बगैर का जीवन जीना बिना रीड़ का जन्तु ही तो है...?आप देखिये आम जीवन "सिद्धांत-बगैर जीते लोग,पल-पल बदलतीं निष्ठाएं,दोगला आचरण, कमज़ोर का दमन, जैसी बातों की प्रतिक्रिया है "आत्महत्या"....अगर अध्यात्मिकता का आभाव है तो हताशा के सैलाब में आत्महत्या को चुनना स्वाभाविक है....!"

5 जून 2009

"बन्दर चश्मा क्यों नहीं लगाते"

बैठक का एक दृश्य


मेरे इस सवाल पर ठहाकों का होना लाजिमी था.पर्यावरण की रक्षा के लिए मेरे कार्यक्षेत्र में कुछ सिखाना है यह सोच कर एक संकल्प लिया था जो अब भी जारी है . सूचना के लिए बता दूं कि मेरे मातहत 11 सुपर्वाइज़र के अधीन 272 आंगनवाडी केंद्र हैं अपने प्रथम परिचय में जब आंगनवाडी-कार्यकर्ताओं से पूछा :-""बन्दर चश्मा क्यों नहीं लगाते ?" {बाल - विकास }
प्रशासनिक भय वश हंसीं तो नहीं ये महिलाएं लेकिन उनके चेहरे के भावों से ज़ाहिर हो गया कि मेरे मूर्खता पूर्ण सवाल का ज़वाब सिर्फ और सिर्फ हंसी ही है , जो डर से निकल नहीं पा रही .जब हम हँसे तो सुपर्वाइज़र हँसने लगीं फिर क्रमबद्ध रूप से कार्यकर्ता और फिर उनकी सहायक यानी सहायिकाएं ...!
फिर हमने दूसरा मूर्खता पूर्ण सवाल किया कि "तुलसी" घर में क्यों लगाईं जाती है...?
इत्ती सी बात का ज्ञान मुझे नहीं है जानकार फुसफुसाहट के बीच एक थोडी ऊँची आवाज सुनाई दी :"पूजा के लाने और काय ?"
वो आवाज़ पूरी सुनाई देती तो यह होता अगला भाग....."इत्ती सी बात नंईं जानता अधिकारी बनके आया है हमारा !"
बस इन्हीं बेवकूफी भरे सवाल से शुरू बैठक का सिलसिला जब रवां हुआ तो सबको समझ आया की "जो जितना करीब है प्रकृति के वो उतना ही स्वस्थ्य और बलवान है,
बन्दर को दृष्टि दोष होना एक मिसाल है "
तुलसी माता अब डाक्टर तुलसी के नाम से भी जानी जातीं हैं मेरी परियोजना मेंइतना ही नहीं सब को मालूम है कि प्रकृति में सबसे अच्छी समझी जाने वाली प्रजाति "मनुष्य-प्रजाति" सबसे ज़्यादा उपयोगी संसाधन का दोहन/उपभोग करके प्रकृति को गंदा करती है......? ""जबकि हमारा भ्रम ये है कि हम पृथ्वी के शुभ-चिन्तक हैं

4 जून 2009

चित्रकार जगदीश पटेल : रंगों का चितेरा





इन चित्रों का सृजन किया है -जबलपुर के चित्रकार श्री जगदीश पटेल ने
आप जानना चाहेंगे इन के बारे में और अधिक तो मिलिए इनसे सोमवार को इसी स्थान पर
बेवजह शब्द तो नहीं उगलते बस सदा कर के दिखा देते हैं

जन्म दिन तुम्हारा : ब्लॉग हमारा




तो बोलिए
जन्मदिन की हार्दिक बधाइयां संजू बाबा
<=इन ब्लागर जी को पहचानिये जी =>

3 जून 2009

अनुभूति के कवि : देखिए आप भी सूचीकृत हैं क्या...?

पूर्णिमा जी एवं उनके सहयोगियों ने अंतरजाल पर हिन्दी के पाठक समुदाय एवं कविगण को भरपूर सहयोग दिया है -आज उनके इस नि:स्वार्थ हिन्दी सेवी भाव को क्यों सराहा जाएविकी पर भी उनका लगातार लेखन आग्रह सच कितना अपनत्व भरा प्रतीत होता है
किंतु कोई सहभागिता करे करे सफर जारी है .........अंतरजाल पर मेरी प्रथम गुरु "पूर्णिमा वर्मन" को सादर प्रणाम

अंजना शर्मा
अंजना संधीर
अंजल प्रकाश
अंतरा करवड़े
अंबिका भट्ट
अंशुमान
अंशुमान शुक्ला
अंसार कंबरी
अखिलेश सिन्हा
अगस्त कोहली
अचला दीप्ति कुमार
अजंता शर्मा
अजय कन्नूरकर 'निदान'
अजय कुमार गुंजन
अजय पाठक डॉ
अजय त्रिपाठी डॉ
अजय यादव
अखिलेश श्रीवास्तव चमन
अजित कुमार
अटल बिहारी वाजपेयी
अतुल कुमार वंश'
अनामिका
अनिरुद्ध सिंह सेंगर
अनिल गहलौत
अनिल जनविजय
अनिल प्रभा कुमार
अनिल वर्मा
अनुज कुमार
अनुभव शर्मा
अनुराग मंडलोई
अनुराग सिंह
अनुराधा गोयल
अनूप अग्रवाल
अनूप अशेष
अनूप कुमार
अनूप भार्गव
अनूप सेठी
अ प जै अब्दुल कलाम
अब्बास रज़ा अल्वी
अब्दुल्लाह
अभय कुमार यादव डॉ.
अभिजित
अभिनव शुक्ला
अभिनव कुमार सौरभ
अभिमन्यु सिंह
अभिषेक श्रीवास्तव
अभिज्ञात
अमर ज्योति 'नदीम'
अमरनाथ श्रीवास्तव
अमरपाल सिंह
अमरेन्द्र
अमरेन्द्र नारायण
अमित अग्रवाल
अमित कुमार सिंह
अमित कुलश्रेष्ठ
अमित प्रभाकर
अमित प्रीति
अमित माथुर
अमिता तिवारी डॉ.
अमिता दुबे
अमिताभ मित्रा
अमिताभ सक्सेना
अमृता प्रीतम
अमीर खुसरो
अयोध्यासिंह उपाध्याय हरिऔध
अर्चना हरित
अर्बुदा ओहरी
अरविंद गुरू
अरविंद चौहान
अरुण
अरुण बेखबर
अरुण मित्तल अद्भुत
अरुणा घवाना
अरुणा राय
अली अहमद अब्बास उम्मीद
अल्पना सिंह
अवतंस कुमार
अवध बिहारी श्रीवास्तव
अवनीश तिवारी
अविनाश अग्रवाल
अविनाश वाचस्पति
अश्वघोष डॉ.
अश्विन गांधी
अशोक अंजुम
अशोक गीते
अशोक कुमार पांडेय
अशोक कुमार विशिष्ट
अशोक गुप्ता
अशोक चक्रधर
अशोक वाजपेयी
असीम नाथ त्रिपाठी
अक्षय कुमार
अज्ञेय
आकांक्षा पारे
आकांक्षा यादव
आचार्य सारथी
आत्मप्रकाश शुक्ल
आदित्य शुक्ल
आदिश जैन
डॉ आदेश हरिशंकर प्रो
आनंद क्रांतिवर्धन
आरती पाल बघेल
आर सी शर्मा आरसी
आलम खुरशीद
आरिज़ सिद्दीक़ी
आर्य भूषण
आलोक अग्रवाल
आलोक पांडेय
आलोक शंकर
आलोक शर्मा
आलोक श्रीवास्तव
आशा गुप्ता डॉ
आशा जोगलेकर
आशा बीर
आशा मोर
आशाराम त्रिपाठी
आशीष कुमार अग्रवाल
आशीष भटनागर
आशीष श्रीवास्तव
आशुतोष कुमार सिंह डॉ.
आशुतोष कुमार सिंह
आशुतोष दुबे
आशुतोष शर्मा
आस्था
इंद्रपाल सिंह तन्हा
इंद्र परमार
इंदुकांत शुक्ला
इब्ने इंशा
इला प्रवीन
इला प्रसाद
उत्सव श्रीवास्तव
उदय खनाल उमेश
उदय प्रकाश
उदयभानु हंस
उपेन्द्र धर्माधिकारी
उमा असोपा
उमाकांत मालवीय
उमाशंकर जोशी
उमाशंकर वर्मा
उमाश्री
उषा चौधरी
उषा राजे
उषा वर्मा
एकांत श्रीवास्तव
एहतेशाम अख्तर

ऋचा शर्मा
ऋतु पल्लवी
ऋषभ देव शर्मा
ऋषि दीक्षित
ऋषिपाल धीमान डॉ
ऋषिक धर
ऋतेश गुप्ता

ओम कृष्ण राहत
ओम वर्मा
ओमप्रकाश चतुर्वेदी 'पराग'
ओम प्रकाश तिवारी
ओम प्रकाश नदीम
ओम प्रकाश सिंह डॉ
ओम प्रकाश खुराना आतिश
ओम प्रकाश चतुर्वेदी पराग
ओम शर्मा
ओंकार नाथ त्रिपाठी डॉ
कंचन मेहता
कंचन सिंह चौहान कंचन
कुंअर बेचैन
कुंवर शिवप्रताप सिंह
कन्हैयालाल नंदन
कन्हैयालाल मत्त
कबीर
कमल आशिक
कमल कांत सक्सेना
कमल किशोर श्रमिक
कमलेश कुमार प्रसाद
कमलेश पांडे शजर
करुणा लाल
करुणेश प्रकाश भट्ट डॉ.
करुणेश प्रकाश भट्ट
कवि कुलवंत सिंह
कविता गुप्ता
कविता वाचक्नवी
काका हाथरसी
कविता सिन्हा
कात्यायनी
किशन सरोज
किशोर काबरी
किशोर सर्राफ़
कीर्ति चौधरी
कीर्ति नायर
कुंतल कुमार जैन
कुमकुम
कुमार आशीष
कुमार रवींद्र
कुमार लव
कुमार शैलेन्द्र
कुरेशी मुहम्मद अश्फ़ाक,
कुंअर बेचैन
कुसुम सिन्हा
कुहेली भट्टाचार्य
डॉ. कृष्ण कन्हैया
कृष्ण कुमार यादव
कृष्ण चंद्र मिश्र भ्रमर
कृष्ण बिहारी
कृष्ण मोहन
कृष्ण शलभ
कृष्णा अनुराधा
कृष्णा खंडेलवाल कनक
कृष्णानंद कृष्ण
कृष्णेश्वर डींगर
केदारनाथ अग्रवाल
केदार मिश्र प्रभात
केदारनाथ सिंह
केवल गोस्वामी
केशरी नाथ त्रिपाठी
केशव
के सच्चिदानंद
केशव शरण
कैलाश गौतम
कैलाश भटनागर (यू एस ए)
कैलाश भटनागर (ऑस्ट्रेलिया)
क़ैश जौनपुरी
कौंतेय देशपांडे
कौशल्या अग्रवाल
कौशलेन्द्र

गंगाभक्त सिंह भक्त
गगन गुप्ता
गजानन दिगंबर माडगुलकर
गजानन माधव मुक्तिबोध
गणेश गंभीर
गिरिजाकुमार माथुर
गिरि मोहन गुरु
गिरिराज जोशी कविराज
गिरीश कुमार त्यागी
गिरीश बिल्लोरे ''मुकुल''
गिरीशचंद्र श्रीवास्तव
गिरीश शर्मा
गुल देहलवी
गुलशन बावरा
गुलशन सुखलाल
गुलाब सिंह
गोपाल कृष्ण सक्सेना पंकज
गोपाल चतुर्वेदी
गोपाल प्रसाद व्यास
गोपाल बाबू शर्मा
गोपाल मित्तल
गोपाल सिंह नेपाली
गोपीचंद श्रीनगर
गोपेश पांडे
गोविंद अनुज
गोविंद नारायण मिश्र
गोविंद माथुर
गौतम जोशी
गौतम सचदेव
गौरव ग्रोवर
घनश्याम आहूजा
घनश्याम तिवारी
चंद्रबली शर्मा
चंदनपाल शर्मा
चंद्र शेखर त्रिवेदी
चंदन सेन
चंद्रमोहन भंडारी
चंद्रसेन विराट
चंद्रपाल शर्मा
चंद्र मोहन ठाकुर
चंपालाल चौरड़िया अश्क
चक्रधर शुक्ल
चकबस्त
चांद शेरी
चांद हदियाबादी
छवि त्रिवेदी
जगदीश कापरी
जगदीश गुप्त डॉ
जगदीश चंद्र जीत
जगदीश चंद्र शर्मा
जगदीश जोशी साधक
जगदीश प्रसाद सक्सेना पंकज
जगदीश प्रसाद सारस्वत विकल
जगदीश श्रीवास्तव
जगदीश व्योम डॉ.
जय चक्रवर्ती
जयप्रकाश मानस
जय प्रकाश भारती
जयशंकर प्रसाद
जया पाठक
ज़ाकिर ख़ान ज़ाकिर
जानकी वल्लभ शास्त्री
जितेंद्र दवे
जितेंद्र वशिष्ठ डॉ.
जीवन यदु
जीवन शुक्ल डॉ
जी शंकर कुरूप
ज्योत्स्ना मिलन
तपेश चतुर्वेदी डॉ.
तरुण भटनागर
तसलीम अहमद
तारादत्त निर्विरोध
तारा प्रकाश जोशी डॉ.
तुलसीदास
तृप्ति पटेल
तेजराम शर्मा
तेजेंद्र शर्मा
तेजेश्वर मिश्र
तोषी त्रेहन

दिगंबर नस्वा
दयाकृष्ण विजयवर्गीय विजय डॉ.
दिनकर कुमार
दिनेश अवतार हजेला
दिनेश कुशवाह
दिनेशचंद्र माहेश्वरी
दिनेश चमोला शैलेश डॉ.
दिनेश ठाकुर
दिनेश पारते
दिनेश शुक्ल
दिव्यनिधि शर्मा
दिव्य प्रकाश दुबे
दिव्यांशु पांडे डॉ.
दिव्यांशु शर्मा
दिव्या माथुर
दिवाकर
दिविक रमेश
दिव्यांशु शर्मा
दीप्ति कुमार
दीप्ति नवल
दीपंकर झा दीप
दीपंकर दीप
दीपक कपूर
दीपक पारिख
दीपक भारतदीप
दीपक राज कुकरेजा
दीपक वाईकर
दीपक सहगल
दीपा जोशी
दीपाली पाटिल
दीपिका ओझल
दीपिका जोशी संध्या
दुष्यंत डॉ.
दुश्यंत कुमार
दुर्गेश गुप्त राज
देवमणि पांडेय
देवराज दिनेश
देवराज
देवव्रत जोशी
देवी नांगरानी
देवेंद्र आर्य
देवेंद्र मिश्र प्रो.
देवेंद्र रिणवा
देवेंद्र शर्मा इंद्र
द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी
द्विजेन्द्र द्विज
धनंजय कुमार
धनपत राय झा
धर्मवीर भारती
धर्मेंद्र कुशवाहा
डॉ धर्मेंद्र पारे
धीरज गुप्ता तेज
धीरेन्द्र प्रेमर्षि
धूमिल
नईम
नचिकेता
नर्मदा प्रसाद मालवीय
नरेंद्र दीपक
नरेंद्रनाथ त्रिपाठी
नरेंद्र परिहार एकांत
नरेंद्र शर्मा
नरेश अग्रवाल
नरेश भारतीय
नरेश मेहता
नरेश शांडिल्य
नरेश सक्सेना
नलिन कांत
नलिना विभा कौशल
नवनीत मिश्रा
नवीन
नागराज गिरिमल सिफ़र
नागार्जुन
नारायण लाला परमार
निखिल संन्यासी
निदा फ़ज़ली
निधि
निर्मल गुप्त
निर्मल भारती
निर्मला गर्ग
निर्मला जोशी
निर्मला वर्मा
निर्मला सिंह
नवनीत बक्शी
निवेदिता जोशी
निरंकारदेव सेवक
नीना मुखर्जी
नीरज गोपालदास
नीरज गोस्वामी
नीरज नेमा
नीरज शुक्ला
नीरज श्रीवास्तव
नीरज त्रिपाठी
नरेंद्र चंचल
नरेंद्रनाथ त्रिपाठी
नरेंद्र मोहन
नरेश सक्सेना
नरेश सोनी
निशेष जार
निशांत कुमार
नीरज गोस्वामी
नीलम जैन
नीलम श्रीवास्तव
नीलमेंदु सागर
नीलिमा सिंह
नूपुर रघु
नंद चतुर्वेदी
नेमिचंद्र
नेहा
नौशाद
एन के सोनी

पंकज कोहली
पंकज शर्मा
पद्मा सिंह
पद्मेश गुप्त डॉ
परमजीत ओबराय डॉ
परमानंद शास्त्री
पराशर गौड़
पवन चंदन
पवन दीक्षित
पवन बाथम
पारस दासोत
पराग कुमार मांदले
पाश
पीयूषदीप राजदान
पीयूष पाचक
पी के मिश्रा
पुनीत विजय मुंतज़िर
पुष्पा कुमार
पुष्पा भार्गव
पुष्पिता
पुष्पेन्द्र शरण पुष्प
पुष्यमित्र
पूर्णिमा वर्मन
पूनम भारत
पोद्दार रामावतार अरुण
प्रत्यक्षा
प्रत्यूष यादव
प्रतिभा सक्सेना डॉ.
प्रतिमा वर्मा
प्रदीप
प्रदीप कांत
प्रदीप कुमार
प्रदीप गुप्त डॉ
प्रदीप दूबे
प्रदीप मिश्र डॉ
प्रदीप शर्मा डॉ
प्रभा दीक्षित डॉ
प्रभाकर माचवे
प्रभात कुमार
प्रयाग शुक्ल
प्रमोद कुमार कुश तनहा
प्रमोद पांडे
प्रमोद त्रिवेदी
प्रवीण चंद्र शर्मा
प्रवीण सक्सेना
प्रवीण शाह
प्राण शर्मा
प्रियव्रत चौधरी
प्रिया सैनी
प्रेम किरन
प्रेमचंद सक्सेना प्राणाधार
प्रेम जनमेजय
प्रेम धवन
प्रेम माथुर
प्रेमरंजन अनिमेष
प्रेम लता पांडे
प्रेम शंकर रघुवंशी
प्रेम शंकर शुक्ल

फ़ज़ल ताबिश

बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय
बनवारीलाल मिश्र
बरसानेलाल चतुर्वेदी
बलबीर माधोपुरी
बलबीर सिंह रंग
बलराम श्रीवास्तव
बशीर अतहर
बशीर बद्र
बसंत आर्य
बागेश्री चक्रधर
बाबूलाल कदम
बाबूलाल शर्मा प्रेम
बालकवि बैरागी
बालकृष्ण राव
बालकृष्ण शर्मा नवीन
बिंदु भट्ट
बुद्धिनाथ मिश्र डॉ.
बुद्धिप्रकाश पारीक
बृजकिशोर पटेल
बृजेन्द्र सागर
बृजेशकुमार शुक्ला
बोधिसत्व
ब्रजकिशोर शर्मा शैदी
ब्रजमोहन पांडेय विनीत डॉ.
ब्रजमोहन सिंह ठाकुर
ब्रह्मदत्त द्विवेदी मंजुल
भगवत शरण अग्रवाल
भगवत शरण श्रीवास्तव शरण
भगवती चरण वर्मा
भवानी प्रसाद मिश्र
भानुदत्त त्रिपाठी मधुरेश
भारत भूषण
भारतेंदु मिश्र
भारतेंदु श्रीवास्तव डॉ.
भारतेंदु हरिश्चंद्र`
भावना कुंअर
भास्कर चौधुरी
भास्कर तैलंग
भूतनाथ तिवारी
भूपेन्द्र कुमार दवे डॉ.
भूपेंद्र सिंह 'कटाक्ष'
भैयाजी बनारसी

मंगलेश डबराल
मंदार श्रीराम काले
मंजु महिमा भटनागर
मंजुरानी सिंह
मंजुल शुक्ला
मंजु शुक्ला
मथुरा कलौनी
मदन मोहन शर्मा
मदनमोहन शर्मा अरविंद
मधुकर पांडेय
मधु मोहिनी उपाध्याय
मधुलता अरोरा
मनोज भावुक
मणि मधुकर
मलखान सिंह सिसौदिया
महादेवी वर्मा
महावीर शर्मा
महिमा बोकारिया
महेंद्र भटनागर
महेशचंद्र द्विवेदी
माधवी गुप्ता
मानबहादुर सिंह
मानोशी चैटर्जी
मनोहर शर्मा माया
मनोहर सहदेव
ममता किरण
माया भारती
माया वर्मा
माहेश्वर तिवारी
मिसबाहुदिन
मीता नायर
मीना कुमारी
मीना चोपड़ा
मीना छेड़ा
मीनाक्षी गोयल
मीनाक्षी धन्वंतरि
मीराबाई
मुनीश मदिर
मुनेन्द्र सिंह तोमर
मृदुला जैन
मैथिली शरण गुप्त
डॉ. मोतीलाल जोतवाणी
मोहन अवस्थी
मोहन कीर्ति
मोहन कुमार डहेरिया
मोहन राणा
मोहित कटारिया

यतीन्द्र 'राही
यतीश जैन
यदु जोशी 'गढ़देशी'
यशपाल सिंह रवि
यश छाबडा
यश मालवीय
यादवेंद्र यदु
योगेंद्र प्रसाद मिश्र
रंजना सोनी
रंजीत भट्टाचार्या
रचना श्रीवास्तव
रजनी चोपड़ा
रजनी भार्गव
रजनीश कुमार गौड़
रज़ा किरमानी
रज़ा रामपुरी
रत्नदीप खरे
रतनदीप सिंह कुकरेजा
रति सक्सेना
रमाकांत शर्मा डॉ.
रमाकांत श्रीवास्तव
रमा द्विवेदी डॉ.
रमानाथ अवस्थी
रमेश कुमार भद्रावले
रमेश गौतम
रमेश चंद्र शाह
रहीम
रघुवीर सहाय
रविकुमार फ़नीष
रवि रतलामी
रविशंकर
रवींद्रनाथ ठाकुर
रवींद्रनाथ त्यागी
रवींद्र भ्रमर
रवींद्र मोहन दयाल
रवींद्र स्वप्निल प्रजापति
रश्मि बड़थ्वाल
रश्मि रेखा
राकेश कुमार
राकेश कौशिक
राकेश खंडेलवाल
राकेश गुप्ता डॉ.
राकेश शर्मा
राकेश त्रिपाठी
राघवेंद्र तिवारी
रचना श्रीवास्तव
राजकिशोर
राजकिशोर प्रसाद
राजकुमार शर्मा
राज जैन
राजन स्वामी
राजनारायण चौधरी
राजमणि राय मणि
राजर्षि अरुण
राजश्री
राजश्री रावत राज डॉ.
राजा करैया डॉ.
राजा चौरसिया
राजीव कुमार
राजीव कुमार श्रीवास्तव
राजीव कृष्ण सक्सेना प्रो.
राजीव रंजन प्रसाद
राजीव रत्न पराशर
राजेन जयपुरिया
राजेश कुमार डॉ.
राजेश कुमार वर्मा
राजेश चेतन
राजेंद्र अविरल
डा. राजेंद्र गौतम
राजेन्द्र पासवान घायल
राजेश दीक्षित
राजेन्द्र मिलन डॉ.
राजेन्द्र मिश्र डॉ.
राजेन्द्र वर्मा
राजेन्द्र सोनी
राजेश्वरी पांढरी पांडे
राजेश कुमार सिंह
राजेश जोशी
राजेश पंकज
राजेश श्रीवास्तव
राधा जनार्दन
राधिका
राधेकांत दवे
राधेश्याम बंधु
राधेश्याम शुक्ल डॉ.
रानी पात्रिक
रॉबिन शॉ पुष्प
राम अधीर
रामकुमार वर्मा
रामकृष्ण द्विवेदी मधुकर
रामकृष्ण विकलेश
राम गुप्ता डॉ.
रामधारी सिंह दिनकर
राम नरेश त्रिपाठी
रामनाथ शर्मा प्रो.
राम निवास मानव
राम मनोहर त्रिपाठी
राम विलास शर्मा
राम स्वरूप सिंदूर
राम संजीवन वर्मा
राम सनेहीलाल शर्मा यायावर'
रामसागर सदन
राममूर्ति सिंह अधीर
रामानंद दोषी
रामानुज त्रिपाठी
रामावतार त्यागी
रामाज्ञाराय शशिधर
रमेश कुमार भद्रावले
रमेश चंद्र शाह
रमेश देवमणि
रमेश नीलकमल
रामेश्वर शुक्ल अंचल
रामेंद्र त्रिपाठी
रामेश्वर दयाल कांबोज हिमांशु
राय कूकणा
राहुल उपाध्याय
रिपुदमन पचौरी
रियाज़ शाह
रीता हजेला अराधना
रीतेश खरे
रेखा कल्प
रोली त्रिपाठी
रोहिणी कुमार भवानी
रुख़साना सिद्दिक़ी
रूपहंस हबीब
रूपा धीरू
रेखा राजवंशी
रेनू गुप्ता
रेनू सिंह
रेवाशंकर कटारे स्नेही

लक्ष्मीकांत वर्मा
लक्ष्मी नारायण गुप्त
लक्ष्मी शंकर वाजपेयी
ललित कुमार
ललित मोहन जोशी
लालजी वर्मा
लावण्या शाह
वंशीधर शुक्ल
वसु मालवीय
विक्रांत
विजय कुमार विक्रांत
विजय कुमार सुखवानी
विजय कुमार श्रीवास्तव विकल
विजय ठाकुर
विजय प्रभाकर कांबले
विजयलक्ष्मी विभा
विजय राठौर
विजयेंद्र विज
विद्यानंद राजीव डॉ
विद्याबिंदु सिंह डॉ
विनय कुमार
विनय कुमार मिश्र
विनय वाजपेयी
विनय सौरभ
विनीता अग्रवाल
विनोद कुमार
विनोद चंद्र पांडेय
विनोद तिवारी
विनोद निगम
विनोद मंडलोई
विनोद श्रीवास्तव
विपिन चौधरी
विपिन जोशी
विपिन शून्य
विवेक ठाकुर
विष्णुचंद्र शर्मा
विष्णु विराट
विष्णु सक्सेना
विश्वनाथ प्रसाद तिवारी
विश्वमोहन तिवारी
विशाल मेहरा
विशाल शर्मा
वीरेंद्र जैन
वीरेंद्र मिश्र
वीणा चौधरी सिंह
वीणा विज
वीरा
वीरेंद्र कुंअर
वेणु गोपाल
वेद प्रकाश शर्मा 'वेद'
श्याम अंकुर
श्याम ज्वालामुखी
श्याम तिवारी
श्यामनारायण पांडेय
श्याम प्रकाश झा
श्यामल सुमन
श्यामला कांत वर्मा डॉ
श्यामलाल गुप्त पार्षद
श्याम सिंह शशि
श्याम सुंदर दुबे
श्याम सखा श्याम
श्यामू शास्त्री
शंकर कुरूप
शंकर सिंह
शंकर सुल्तानपुरी
शंभूनाथ तिवारी
शंभूनाथ सिंह
शकुंत माथुर
शकुंतला कोहली
शकुंतला तलवाड़
शबनम शर्मा
शमशेर बहादुर सिंह
शरद आलोक
शरद तैलंग
शरद पटेल
डॉ. शरद सिंह
शरीफ़ कुरैशी
शलभ श्रीवास्तव
शशिकला मिश्रा
शशि जोशी
शशि तिवारी डॉ.
शशि पाठक डॉ
शशि पाधा
शशि भूषण
शशि रंजन कुमार
शार्दूला
शारदा मिश्रा
शास्त्री नित्यगोपाल कटारे
शांतनु गोयल
शांति चौधरी
शांति देवबाला डॉ
शांति सुमन
शिव ओम अंबर
डॉ. शिवदेव मन्हास
शिवनारायण सिंह
शिवप्रसाद कमल
शिव भजन कमलेश
शिवमंगल सिंह सुमन
शिव सिंह सरोज
शिवानी लड्ढा
शिवि
शीतल श्रीवास्तव
शीला मिश्रा डॉ
शुभाशीष गुप्ता डॉ
शैल अग्रवाल
शैलजा चंद्रा
शैल रस्तोगी
शैलाभ शुभिशाम
शैलेन्द्र कुमार सक्सेना डॉ.
शैलेन्द्र कुलश्रेष्ठ
शैलेन्द्र शर्मा
शैलजा चंद्रा
शैलेश मटियानी
शोभनाथ यादव
शोभा महेंद्रू
श्रीकृष्ण माखीजा
श्रीकृष्ण शर्मा
श्रीकृष्ण सरल
श्रीपाल सिंह क्षेम
पद्मेश श्रीवास्तव पद्मेश
संगीता गोयल
संजय कुंदन
संजय कुमार
संजय कुमार पाठक
संजय ग्रोवर
संजय पुरोहित
संजय विद्रोही
संजय सागर
संजीव बख्शी
संतकुमार टंडन रसिक
संतोष कुमार खरे
संतोष कुमार सिंह
संदेश त्यागी
सचिन त्रिपाठी
सजीव गौतम
सजीवन मयंक
सफ़दर हाशमा
सत्येंदु याज्ञवल्क्य
सत्येश भंडारी
सतपाल ख्याल
सतीशचंद्र उपाध्याय
सरदार कल्याण सिंह
सरस्वती माथुर डॉ
सरिता नेमानी
सरिता शर्मा
सलीम अहमद ज़ख़्मी बालोदवी
सलीम शेख,
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
सर्वेश शुक्ल
सरोज कुमार वर्मा डॉ
सरोज भटनागर
सरोजिनी प्रीतम डॉ
साईं कृष्ण
सादिक आरिफ़
सारिका कल्याण
सारिका सक्सेना
सावित्री तिवारी आज़मी
सावित्री शर्मा
साहिल लखनवी
सिद्धेश्वर सिंह
सियाराम शरण गुप्त
सीताराम गुप्ता
सीतेशचंद्र श्रीवास्तव
सीमा शफ़क
सा एस शाह डॉ
सुकीर्ति गुप्ता डॉ
सुखपाल
सुजीत कुमार सुमन
सुदामा पांडेय धूमिल
सुदीप शुक्ल
सुधा गुप्ता डॉ
सुधांशु उपाध्याय
सुधीर कुमार सिंह
सुधीर विद्यार्थी
सुनीता ठाकुर
सुनीता शानू
सुनीतिचंद्र मिश्र
सुनील जोगी
सुनील दानिश
सुनील शर्मा
सुनील साहिल
सुनील सिंह सजवान
सुबोध कुमार अग्रवाल
सुभद्राकुमारी चौहान
सुभाष काक
सुभाष खरे
सुभाष नीरव
सुभाष शर्मा
सुमन बहुगुणा
सुमित्रानंदन पंत
सुमन कुमार घई
सुमन बहुगुणा
सुरेंद्र गंभीर डॉ
सुरेंद्रनाथ तिवारी
सुरेंद्र भूटानी ज़हीद
सुरेंद्रनाथ मेहरोत्रा
सुरेंद्र मोहन मिश्र
सुरेंद्र सुकुमार
सुरेश उपाध्याय
सुरेश ऋतुपर्ण
सुरेश कुमार गोयल
सुरेशचंद्र शुक्ल शरद आलोक डॉ
सुरेशचन्द्र 'शौक़'
सुरेश प्रकाश शुक्ल डॉ
सुरेश यादव
सुरेश राय
सुल्तान अहमद
सुशील पटियाल
सुवर्णा दीक्षित
सुषम बेदी
सुषमा श्रीवास्तव
सुषमा भंडारी
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला'
सूर्य कुमार पांडेय
सूर्यदेव पाठक पराग
सूर्यनाथ सिंह
सूर्यभानु गुप्त
सूरदास
सोनाली नरगुंदे डॉ.
सोम ठाकुर
सोहनलाल द्विवेदी
सोहिनी दयाल
सौभाग्य बहल
सौमित्र सक्सेना
सौरभ आर्य
स्नेह मधुर
स्नेहलता स्नेह
स्मिता तिवारी
स्मिता दारशेतकर
स्वप्निल श्रीवास्तव
स्वाती भालोटिया
स्वयंप्रभा झा

हंसराज
हंसराज सिंह वर्मा हंसकल्प
हरगोविंद पुरी
हरदेव सोंढी अश्क
हरि जोशी
हरि बिंदल
हरिमोहन डॉ.
हरिवंश राय बच्चन डॉ.
हंस कुमार तिवारी
हर्ष कुमार
हरिहर झा
हरीश निगम डॉ.
हरेंद्र सिंह नेगी डॉ.
हरे राम समीप
हलीम आईना
हसनैन रज़ा
हितेश शर्मा
हिना गुप्ता
हिम्मत मेहता
हिमांशु मोहन
हुल्लड़ मुरादाबादी
हृदयनारायण उपाध्याय
हेमंत रिछारिया
हेम ज्योत्स्ना पाराशर
हेमा
क्षिप्रा वर्मा
त्रिलोकी नाथ टंडन
त्रिलोचन

ज्ञानराज माणिकप्रभु
ज्ञानप्रकाश विवेक
ज्ञानवती सक्सेना
ज्ञानेन्द्रपति
ज्ञानेंद्र सिंह

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